पॉलिटॉक्स न्यूज. दिल्ली के निजामुद्दीन कॉलोनी स्थित तबलीगी जमात में कोरोना का ऐसा बम फटा कि चारों तरफ संक्रमण ही संक्रमण फैल गया. यही वजह है कि 14 राज्यों से 800 कोरोना पॉजिटिव मामलों में से 647 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हैं. ऐसे में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इन तबलीगी जमात के सदस्यों को मानव बम की संज्ञा देते हुए आत्मसमर्पण की हिदायत दी है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर के लोग अगर दिल्ली के तबलीगी जमात के कार्यक्रम में गए हों तो उनको अपने आपको प्रशासन के सामने सरेंडर कर देना चाहिए. अगर ऐसा होता है तो प्रशासन उन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं करेगा बल्कि उनकी मेडिकल मदद कर उनका इलाज करेगा.
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इंदौर में सर्वे करने गई चिकित्सा टीम पर हमले की घटना पर सख्ती दिखाते हुए 5 पैरा मिलिट्री फोर्स तैनाती के निर्देश दिए हैं. वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदतमीजी करने वालों पर रासुका लगाने के आदेश दिए हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जमातियों को मानव बम बताया. बीजेपी नेता ने कहा कि जमातों में घूम रहे लोग मानव बम की तरह हैं. उन लोगों को अपने आप प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण कर देना चाहिए. प्रशासन उनको आइसोलेशन में रखेगा और उनके स्वास्थ्य की चिंता करेगा, जिससे समाज में संक्रमण न फैले. उन्होंने इंदौर के लोगों से कहा कि यदि यहां के कुछ लोग दिल्ली के तबलीगी जमात के कार्यक्रम में गए हों तो उनको अपने आपको प्रशासन के सामने सरेंडर कर देना चाहिए. प्रशासन उन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं करेगा बल्कि उनकी मेडिकल मदद कर उनका इलाज करेगा.
वहीं मप्र के इंदौर में टाटपट्टी बाखल में स्केनिंग करने गई स्वास्थ्य टीम के साथ हुई मारपीट के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से बातचीत कर घटना की जानकारी ली. साथ ही अधिकारियों पर सख्ती दिखाते हुए हिदायत देते हुए कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो. उन्होंने कहा कि अब इलाकों में पैरा मिलिट्री फोर्स की 5 कंपनियां तैनात की जाएंगी ताकि डॉक्टर एडं टीम को पूरी सुरक्षा दी जाए.
इधर, विजयवर्गीय ने कहा कि उन्होंने डॉक्टरों की टीम के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट गृह मंत्री अमित शाह को भेज दी है. डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना बेहद शर्मनाक है. इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो इसके लिये हिदायत दी गई है. बीजीपी नेता ने प्रदेशवासियों से अपील की कि अगर शहर को बचाना है तो घरों से बाहर लोग ना निकलें. उन्होंने कहा कि शहर में राशन और भोजन की आपूर्ति के लिए प्लान बनाया जाएगा. इसमें सामाजिक संस्थाओं की भी इसमें मदद ली जाएगी. सरकारी विभागों में समन्वय की कमी पर विजयवर्गीय ने कहा कि 2 से 3 दिन में व्यवस्थाएं सुधर जाएंगी. इस शहर में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा.
इंदौर में डॉक्टर्स पर हमले पर शिवराज सिंह चौहान सख्त, कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
वहीं इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस घटना को टोलरेट नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की बदतमीजी बर्दाश्त नहीं होगी. ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी. उक्त कृत्य करने वाले सभी जेल जाएंगे और जल्दी नहीं छूटेंगे.
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि इंदौर जैसी घटना उत्तर प्रदेश में न होने पाए. साथ ही गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ के साथ हो रही बदसलूकी पर नाराजगी जताई. योगी ने कहा कि ये न कानून को मानेंगे, न व्यवस्था को मानेंगे. ये मानवता के दुश्मन हैं. जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है, वह जघन्य अपराध है. इन पर रासुका (NSA) लगाया जा रहा है. हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं.
बता दें, गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती तबलीगी जमात के लोगों ने गुरुवार को अस्पताल के कर्मचारियों और नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. आरोप है कि जमात के लोग अस्पताल में बिना पैंट के पहने घूम रहे थे और नर्सों को अश्लील इशारे भी कर रहे थे. अस्पताल के सीएमएचओ की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और जमात के 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
वहीं मुजफ्फरनगर में पुलिस पर हमले की खबर पर सख्त रुप अख्तियार करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क़ानूनन जो भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी हो वो करिए. जिन लोगों ने ये हरकत की है, उस प्रवृत्ति के लोगों के साथ पूरी सख़्ती करो और उन्हें क़ानून का पालन कराना सिखाओ.