Politalks.News/Uttarpardesh. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही सियासी पारा चढ़ने लगा है. करीब डेढ़ साल बाद शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंचीं और मौन धरना देकर योगी सरकार को चुनौती दी, अपने तीन दिन के दौरे के दूसरे दिन प्रियंका गांधी वाड्रा लखीमपुर खीरी पहुंची. प्रियंका ने यहां पसगवां गांव में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान चीरहरण का शिकार हुई पीड़िता से मुलाकात की और ढांढस बंधाया. पहले दिन के मौन धरने के बाद आज प्रियंका जमकर गरजीं.
योगी सरकार पर बरसीं प्रियंका गांधी वाड्रा
मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने योगी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले भाजपा के गुंडे कान खोलकर सुन लें, महिलाएं प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बनेंगी और उन पर अत्याचार करने वालों को शह देने वाली सरकार को शिकस्त देंगी. लोकतंत्र में महिलाओं को उनका अधिकार मिले. नामांकन भरने आई महिला की पिटाई करना लोकतंत्र नहीं है’. प्रियंका गांधी ने कहा कि- ‘यहां का ब्लॉक प्रमुख चुनाव रद्द किया जाए, यहां दोबारा चुनाव हो. जिम्मेदार लोगों को मालूम है कि यहां क्या कुछ गलत हुआ है. उन्हें पता है यह चुनाव का तरीका नहीं है. जिम्मेदार लोग ऐसी व्यवस्था को ठीक करें.
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महिला प्रत्याशी से बदसलूकी हुई और पुलिस देखती रही- प्रियंका
प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि, ‘आठ जुलाई को ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान महिला प्रत्याशी से बदसलूकी की जाती है और पुलिस खड़ी-खड़ी देखती रहती है. जिस अकेले सीओ ने पीड़ितों को बचाने की कोशिश की सरकार ने उसे ही निलंबित कर दिया. बाकी अधिकारी जो खड़े थे उनको कुछ नहीं किया.
यूपी में हिंसा होती है और प्रधानमंत्री मोदी तारीफ करते हैं- प्रियंका
यूपी पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘पंचायत चुनाव में जीत पर पीएम मोदी योगी की तारीफ करते हैं, लेकिन उनको यहां की सच्चाई नजर नहीं आती, जबकि घटना के वीडियो सामने आए हैं. दो महिलाओं से बदसलूकी होती है. प्रशासन मौन रहता है प्रियंका गांधी ने कहा की लगभग हर जिले में कुछ न कुछ हुआ है. कहीं हिंसा हुई है, कहीं बम फूटे हैं और कहीं महिलाओं के साथ ज्यादती हुई है, और प्रधानमंत्री जी पंचायत चुनाव की जीत पर मिठाई बांटते हैं, यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो और क्या है.
8 जुलाई को भाजपा नेताओं ने की थी महिला से अभद्रता
पीड़िता, सपा प्रत्याशी रितु सिंह की प्रस्तावक थीं. 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन के दौरान भाजपा नेताओं ने महिला से बदसलूकी की थी. उनकी साड़ी खींची थी और कपड़े फाड़ दिए थे. इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला किया था. मामले में आरोपी दोनों भाजपा कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि पसगंवा थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसमें क्षेत्र के सीओ, एसएचओ, एक इंस्पेक्टर और तीन पुलिस सब इंस्पेक्टर शामिल थे.
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प्रियंका गांधी एक पर्यटक, कोरोना काल में कहां थीं- केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कांग्रेस और खासकर प्रियंका गांधी पर करारा हमला किया है. प्रसाद ने कहा कि, ‘यूपी में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं बचा. प्रियंका गांधी यहां एक पर्यटक की तरह आतीं हैं. यहां कांग्रेस के पास केवल फोटो खिंचाने वाले नेता बचे हैं. कोरोना काल के दौरान प्रियंका गांधी कहां चलीं गईं थीं. कांग्रेस के बारे में बात करना समय की बर्बादी है और कुछ नहीं. प्रदेश में कांग्रेस कहीं नहीं बची है’.
राजनीतिक पर्यटन पर आइए, यहां महिलाएं सुरक्षित हैं- मोहसिन रजा
प्रियंका गांधी वाड्रा के उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, आप राजनीतिक पर्यटन पर यहां आईए घुमिए, कांग्रेस की बोलती देश की जनता ने बंद कर दी है’. प्रियंका गांधी के लखीमपुर खीरी दौर पर उन्होंने कहा कि, ‘वह जहां चाहें वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं क्योंकि यूपी सभी के लिए सुरक्षित है, खासकर महिलाओं के लिए’. प्रियंका गांधी अगर सच में कुछ करना चाहती हैं तो उन्हें कांग्रेसियों द्वारा सालों से लिए जा रहे किसानों की जमीन लौटा देनी चाहिए’. लखीमपुर दौरे को लेकर मोहसिन रजा ने चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘पता चला है कि आप लखीमपुर खीरी जाएंगे. आप जाइए घूमिए सारे पर्यटन स्थल जहां-जहां हैं वहां-वहां घूमिए. आपको पूरी तरह से सुरक्षा भी मिली हुई है. उत्तर प्रदेश पूरी तरह महिलाओं के सम्मान के लिए सुरक्षित भी है. इसलिए यहां की सुरक्षा पर सवाल मत उठाइए’.
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इधर, मौन धरने को लेकर पुलिस ने दर्ज की FIR
लखनऊ में शुक्रवार को प्रियंका गांधी के मौन धरने को लेकर यूपी पुलिस ने FIR दर्ज की है. हजरतगंज पुलिस ने बगैर सूचना और इजाजत के धरना देने पर FIR दर्ज की है. कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर हजरतगंज थाने में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेदप्रकाश त्रिपाठी, दिलप्रीत सिंह समेत 500 कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की गई है. इनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, महामारी एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं. हालांकि FIR में प्रियंका गांधी को आरोपी नहीं बनाया गया है. आपको बता दें कि प्रियंका गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ शुक्रवार शाम हजरतगंज की गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया था. प्रियंका गांधी करीब दो घंटे तक मौन धरने पर बैठी थीं. पुलिस के मुताबिक, सिर्फ दस मिनट के कार्यक्रम और गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण की इजाजत ली गई थी.