दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पिछले 10 दिनों से ईडी की गिरफ्त में है. कथित तौर पर दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली आबकरी नीति में कथित तौर पर घोटाले का आरोपी मानते हुए ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया है. इसके विरोध में पूरा विपक्ष एकजुट है और दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन करते हुए लोकतंत्र बचाओ रैली आयोजित कर रहा है. इस प्रदर्शन में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के 27-28 सदस्य हिस्सा ले रहे हैं. आप सरकार में मंत्री आतिशी पार्टी की स्पोकपर्सन का किरदार निभा रही हैं लेकिन केजरीवाल के करीबी और युवा राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा कभी भी नजर नहीं आ रहे हैं. चड्ढा की गैर मौजूदगी पर अब सवाल उठने लगे हैं और सियासी गलियारों में चर्चा गरम हैं कि कहां हैं राघव चड्ढा?
इतना ही नहीं, गठबंधन में सदस्य शरद पवार की पार्टी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी भी अब पूछने लगी है कि आखिर कहां हैं राघव चड्ढा! चड्ढा आम आदमी पार्टी का युवा चेहरा और पॉपुलर नेता हैं. ऐसे में उनकी उनकी अनुपस्थिति पर अब सवाल उठना लाजमी है. शरद पवार कैंप के नेता जितेंद्र आव्हाड ने भी आप नेता की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाया है. आव्हाड ने सोशल मीडिया हैंडल पर पूछा है कि राघव चड्ढा कहा हैं?
इधर, पत्रकारों से रुबरु होते हुए एनसीपी नेता ने कहा, ‘चड्ढा बुद्धिमान व्यक्ति हैं. वह अपनी पार्टी के लिए अत्यंत ही मुल्यवान नेता हैं. आज जब पार्टी संकट में है तो आप के कार्यकर्ताओं को दुख हुआ है. आप के सभी नेता दिख रहे हैं. आतिशी और अन्य बहुत सक्रिय हैं. राघव चड्ढा पार्टी का चेहरा हैं और बहुत बुद्धिमान हैं. उनके गायब होने से पार्टी कार्यकर्ता आहत हैं.’
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पता चला है कि राघव चड्ढा अपनी एक्ट्रेस पत्नी परिणीति चोपड़ा के साथ फिलहाल लंदन में हैं. वह विट्रोक्टोमी सर्जरी के लिए वहां हैं. चड्ढा अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाते हैं लेकिन दिल्ली सीएम के हिरासत में जाने के बाद से अब तक उनकी चुप्पी सभी को खल रही है.
गौरतलब है कि दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल फिलहाल 1 अप्रैल तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं. केजरीवाल को 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया गया था. अब सीबीआई भी केजरीवाल की कस्टडी मांग रही है और इस मामले में कोर्ट जाने की तैयारी में है. इधर, दिल्ली में गठबंधन दल शक्ति प्रदर्शन कर केंद्र की मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं.