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Delhi Politics: कड़ाके की पड़ती ठंड में भी दिल्ली का सियासी पारा एकदम से गर्मा रहा है. कटाक्ष भरे जुबानी शब्दभेदी बाण भी एक दूसरे को छल्ली कर रहे हैं. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी की है. इसमें 29 नामों सहित कुछ ऐसे भी दिग्गजों के नाम शामिल हैं जो सच में चौंकाने वाले हैं, जिन्हें देखकर लग रहा है कि बीजेपी हर हाल में दिल्ली की सल्तनत पर कब्जा करना चाहती है.

सूची में एक नाम है रमेश बिधूड़ी का, जिन्हें कालकाजी सीट से मैदान में उतारा गया है. रमेश बिधूड़ी के मैदान में उतरने से कालकाजी सीट हॉट सीट बन गई है. वजह – इसी सीट से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी चुनाव लड़ रही हैं. रमेश बिधूड़ी को बीजेपी ने एक हथियार की तरह से चुनावी अखाड़े में उतारा है.

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कौन हैं रमेश बिधूड़ी

पेशे से वकील रमेश बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. बिधूड़ी 1993 से राजनीति में सक्रिय रहे हैं. रमेश बिधूड़ी तुगलकाबाद विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे. 2003 में वो पहली बार विधायक बने. 2013 में बिधूड़ी तीसरी बार विधायक बने. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें दक्षिणी दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया और शानदार जीत दर्ज की. उसके बाद 2019 में भी बिधूड़ी ने कांग्रेस के विजेंद्र सिंह और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को धूल चटाई. 2024 में बीजेपी ने अपने 7 में से 6 मौजूदा सांसदों के टिकट काट दि थे. उनमें बिधूड़ी भी एक थे लेकिन अब चुनावी दंगल में उतार बीजेपी ने अपने मंसूबे स्पष्ट कर दिए हैं.

चक्रव्यूह में फंस गयी हैं आतिशी

दिल्ली की राजनीति में रमेश बिधूड़ी एक बड़ा नाम है. तीन बार के विधायक और दो बार के सांसद रह चुके रमेश बिधूड़ी एक बड़ा गुर्जर चेहरा है. वहीं कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की कालकाजी से विधायक अल्का लांबा को टिकट थमाया है. पिछली बार अल्का लांबा ने 55897 वोट हासिल करके जीत हासिल की थी. दूसरे नंबर पर बीजेपी के धरमबीर सिंह थे जिन्हें 44504 वोट मिले थे. कांग्रेस की शिवानी चोपड़ा महज 4965 वोट हासिल कर पाई थीं और वह तीसरे नंबर पर रही थीं. इस बार टिकट न मिलने पर उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा है. आतिशी को कालकाजी से चुनाव लड़वाने के लिए अल्का को आम ने साइड लाइन किया है. ऐसे में चक्रव्यूह में फंसी आतिशी के लिए कालकाजी की चुनावी राह आसान नहीं होने वाली है.

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