Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. प्रदेश में अनूठे प्रयोग के तौर पर हुए ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिंक खेलों का बीते रोज समापन हो गया. समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते रोज गुरुवार को पहले भरतपुर और उसके बाद सवाई माधोपुर पहुंचे. इस दौरान सीएम गहलोत ने अपने चिर-परिचित अंदाज में जहां पीएम मोदी, अमित शाह पर जमकर जोरदार निशाना साधा तो वहीं सियासी संकट के समय सचिन पायलट का साथ छोड़ गहलोत गुट में शामिल होने वाले सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार की जमकर तारीफ की. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि दानिश अबरार अगर साथ नहीं देते तो शायद उनकी सरकार नहीं बचती और उनकी जगह आज कोई और मुख्यमंत्री, जाने किस पार्टी का मुख्यमंत्री यहां खड़ा होता.
आपको याद दिला दें दो साल पहले 2020 में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एवं 18 अन्य विधायकों द्वारा कई मुद्दों पर नाराजगी के चलते बगावती तेवर अपनाए जाने के कारण गहलोत सरकार संकट में आ गई थी. उस समय दानिश अबरार और प्रशांत बैरवा सहित करीब 10 से ज्यादा विधायकों ने लास्ट मूवमेंट पर पायलट का साथ छोड़ गहलोत गुट में शामिल हो गए थे. इस घटना के समय का बड़ा खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि किस तरह समय रहते विधायक दानिश अबरार ने सीएम गहलोत को सारी सूचना देकर पायलट के प्लान को फैल करवाया. बीते रोज सवाई माधोपुर में अबरार की तारीफ करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘दानिश अबरार ने कांग्रेस से रिश्ता निभाया. दानिश अबरार ने समय पर सारी सूचना हमें दी, उस कारण हमारी सरकार बच गई. अगर दानिश अबरार नहीं होते तो मेरी सरकार नहीं बचती.’
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इसके साथ ही हाल ही में गोवा में कांग्रेस के 11 में से आठ विधायकों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जोरदार निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये दोनों (नेता) देश में विधायकों की खरीद फरोख्त का जो नया मॉडल लेकर आये हैं, (वह) दुनिया में कहीं नहीं होगा. दो साल पहले अपनी सरकार पर आए राजनीतिक संकट के टलने का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘सरकार बचना कितनी बड़ी बात है, कर्नाटक में सरकार चली गई, मध्य प्रदेश में सरकार चली गई.. , अभी हाल ही में महाराष्ट्र की सरकार चली गई और गोवा में कई विधायक कांग्रेस से चले गये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी विधायकों की खरीद-फरोख्त का जो यह नया मॉडल लेकर आये हैं, देश-दुनिया में कहीं ऐसा नहीं होगा.’
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यही नहीं सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘फिर लोकतंत्र का मतलब क्या रहेगा.. लोग वोट देकर सरकार बनाते हैं. लेकिन पैसे के बलबूते पर विधायक भेड़-बकरियों की तरह खरीदे जा रहे हैं और सरकारें बनायी जा रही हैं, यही मॉडल है उनका, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा? और विधायक बिक भी जाते हैं भेड़ बकरियों की तरह, जिनको जनता जीता कर भेजती है वे भेड़-बकरियों की तरह पाला-बदलने के लिये तैयार बैठे रहते है.’ इससे पहले मीडिया से बातचीत में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोवा प्रकरण पर कहा कि, ‘दुर्भाग्य से जो शासन कर रहे हैं वे अगर विधायकों की खरीद-फरोख्त का मॉडल बनेंगे तो देश किस दिशा में जाएगा? लोकतंत्र कहां बचेगा? कोई कल्पना कर सकता है? ये लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, एजेंसियों का दुरूपयोग कर रह हैं.’