Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में लगातार बढ़ रहे अपराध एवं कमजोर कानून व्यवस्था का हवाला देकर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी लगातार अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ हमलवार है. हाल ही में जारी हुई NCRB की रिपोर्ट के अनुसार महिला अपराध में राजस्थान पुरे देश में पहले नंबर है. बढ़ता अपराध आमजन के मन में डर पैदा कर रहा है और ये डर उस समय और भी ज्यादा डराने लगता है जब जनता के प्रतिनिधि या उनके करीबी ही सुरक्षित ना हो. रविवार देर रात भरतपुर सांसद रंजीता कोली के करीबी को गोलियों से भून दिया गया. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. अब इस घटना को लेकर प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं दिग्गज भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने के लिए दिल्ली में घूम रहे हैं. जबकि राजस्थान में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं. ऐसे में गहलोत पहले राजस्थान में अपना नैतिक दायित्व पूरा करें.’
बता दें कि बीते रविवार को भरतपुर में बदमाशों ने भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी. शहर के जघीना गेट के पास बदमाशों ने गाड़ी में सवार कृपाल सिंह जघीना पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. हादसे में घायल कृपाल को आरबीएम अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मिली जानकारी के अनुसारभाजपा कार्यकर्ता कृपाल सिंह जघीना अपने दोस्तों के साथ गाड़ी से घर लौट रहे थे. इसी दौरान जघीना गेट के पास बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने गाड़ी को घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फायरिंग के बाद बदमाश मौके से भाग निकले. कृपाल सिंह जघीना भाजपा सांसद रंजीता कोली के काफी करीबी माने जाते थे. यही नहीं कृपाल सिंह रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य भी थे. फिलहाल पुलिस अपराधियों की तलाश में जुट गई है तो वहीं बीजेपी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. कटारिया ने कहा कि, ‘राजस्थान में लगातार बढ़ते अपराध चिंता का विषय है. सरकार का प्रदेश की कानून व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है तभी तो आए दिन अपराधी बेखौफ होकर जुर्म को अंजाम दे रहे हैं. प्रदेश में अपराध पहले भी होते रहे हैं और आज भी हो रहे हैं लेकिन आज पुलिस थाने और महकमा आधुनिक संसाधनों से अपग्रेड है. लेकिन विभाग के मुखिया अपनी कुर्सी बचाने के लिए दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर घूम रहे हैं. सीएम गहलोत राजस्थान के प्रति अपना नैतिक दायित्व भी पूरा नहीं कर रहे. प्रदेश की जनता में रोष व्याप्त है और इसका नतीजा आने वाले विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिलेगा.’
गुलाब चंद कटारिया ने आगे कहा कि, ‘भरतपुर में भाजपा कार्यकर्त्ता को एक दर्जन से ज्यादा गोलियां चलाकर हत्या कर देना और पुलिस की पकड़ से अपराधी फिर भी दूर रहे, यह सब प्रदेश में जंगलराज की ओर इशारा कर रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है और इसीलिए वो दिल्ली में घूम रहे हैं. जबकि राजस्थान में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं. ऐसे में गहलोत पहले राजस्थान में अपना नैतिक दायित्व पूरा करें. कटारिया ने आगे कहा कि, ‘बीजेपी सरकार में जब मैं गृहमंत्री था तब अपराध होते थे तो कांग्रेस नेता आलोचना करते थे. ऐसे में जब अब प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है तो उसकी आलोचना होना स्वाभाविक है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था कि विपक्ष ही नहीं बल्कि आमजन भी लगातार आलोचना कर रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री या प्रदेश सरकार को बिगड़ती कानून व्यवस्था की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है.
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वहीं राजस्थान विधानसभा में उप नेताप्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर बार-बार जानलेवा हमला और अब सरेआम BJP नेता कृपाल सिंह को गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना पुलिस के खत्म होते इकबाल की कहानी बयां कर रही है. ये घटनाएं सिद्ध करती है कि भाजपा नेताओं को टारगेट करके अपराधियों द्वारा इन वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है,NCRB के आंकड़े चीख-चीख कर कह रहे है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. लचर कानून व्यवस्था के चलते ही प्रदेश में कई गैंग सक्रिय हैं जिसका परिणाम है कि गहलोत के जंगलराज में अब प्रदेश में ना कानून है और ना कोई व्यवस्था.