Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए चिंतित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. शनिवार शाम विशेषज्ञों के साथ लाइव समीक्षा बैठक का नवाचार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से अपील की है कि वो मास्क लगाने, सामाजिक दूरी का पालन करने, बार बार हाथ धोने जैसे कोविड प्रोटोकॉल की गंभीरता से पालन करें और टीकाकरण करवाएं. बैठक में कॉमन रूप से सभी ने सख्ती और बढ़ाने, मास्क नहीं लगाने वालों पर पेनल्टी ज्यादा से ज्यादा लगाने और रेस्टोरेंट को 15 अप्रैल तक बंद करने के लिए कहा है. वहीं चिकित्सा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने तो आठवी तक के बच्चों की प्रस्तावित परीक्षा को रद्द कर उन्हें प्रमोट करने का सुझाव दिया.
आपको बता दें, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बचने की सारी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं. ऐसे में एक बार फिर कोरोना अपने भयावह रूप में राजस्थान को चपेट में ले चुका है. शनिवार को प्रदेश में 1675 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इस साल पहली बार ऐसा हुआ कि इस संक्रमण से कोई जिला अछूता ना रहा. इससे पहले हर दिन कम से कम 2 जिले तो ऐसे रहे, जहां से नए मरीजों की संख्या शून्य दर्ज होती रही और पहली बार नए मरीजों की संख्या अपने चरम पर है. वहीं एक्टिव केस 11738 की संख्या पर पहुंच चुके हैं, और रिकवरी सिर्फ 418 की हुई है.
यह भी पढ़ें: खिलाड़ी अंपायर पर सवाल उठाने लगे तो समझो खेल खत्म- बंगाल में BJP की जीत के दावे के साथ बोले PM
प्रदेश में होती भयावह स्थिति को देखते हुए बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि केन्द्र एसओपी जारी करता है तो अच्छी बात है, वर्ना मजबूर होकर राज्य सरकार को जल्द एसओपी जारी करनी पड़ेगी. गहलोत ने कहा कि इस पर एक दो दिन में जल्द निर्णय करेंगे. सीएम गहलोत ने संकेत दिए कि कोविड को हराने के लिए सख्ती के साथ ही लोगों को नए सिरे से समझाइश करके कोरोना को हराने के लिए सरकार कदम उठाएगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वैक्सीनेशन जरूरी है. वैक्सीन लगवाने के बाद मास्क लगाना भी जरूरी है. अगर वैक्सीन लगवा लेते हैं और फिर भी पॉजिटिव आ जाते हैं तो जान बच जाएगी. वैक्सीन लगवाने के बाद भी मास्क लगाएं. सीएम गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड के कारण स्थिति चिंताजनक और बिगड़ती जा रही है, इसलिए अधिकाधिक वैक्सीनेशन के लिए कैंपन चलाएं. साथ ही सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि कोविड की अगली समीक्षा बैठक, जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर्स होंगे, उसे भी जनता के लिए सोशल मीडिया पर लाइव किया जाएगा. ताकि लोग विशेषज्ञों की राय के साथ सरकार की तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर सकें. सीएम गहलोत ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जीती जंग हार नहीं जाएं, हमें सबके सहयोग से जीती हुई जंग तो जीते रखना है.
बैठक में आए अहम सुझाव
इस लाइव समीक्षा बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने रेस्टोरेंट्स को 15 अप्रैल तक बंद करने का सुझाव देते हुए कहा कि सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की उसे न तो जनता ठीक से फॉलो कर रही और न ही प्रशासन उसको फॉलो करवाने में ज्यादा एक्टिव नजर आ रहा. वहीं बैठक में मौजूद चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि रेस्टोरेंट्स पर सख्ती होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने बैंक्वेट हॉल में होने वाले शादी व अन्य समारोह पर पाबंदी लगाने की भी बात कही. साथ ही उन्होंने बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए मुख्यमंत्री से कक्षा 8वीं तक के बच्चों के प्रस्तावित परीक्षा को रद्द कर उन्हें पिछले साल की तरह प्रमोट करने की बात कही. सरकार इस मामले पर एक-दो दिन में कोई नई गाइडलाइन जारी कर सकती है.
यह भी पढ़ें: पितलिया के नामांकन वापसी को लेकर BJP पर लगे बड़े आरोप, डोटासरा के बयान पर पूनियां का पलटवार
बैठक में मौजूद अधिकांश विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कोरोना के फैलने का एक बड़ा कारण यूथ को माना है. उनका कहना है कि यूथ सबसे ज्यादा बाजार में निकल रहा है. यूथ पर कोरोना के लक्षण भी नजर कम आ रहे है. ऐसे में इस मौजूद समय में यूथ ही कोरोना के बड़े स्प्रेडर बन रहे है. ऐसे में अधिकांश डॉक्टर्स ने भी यूथ पर सख्ती बरतने और उनको कोरोना स्प्रेडर बनने से रोकने की वकालत की है.
इसके अलावा बैठक में विशेषज्ञों ने कोविड प्रोटोकॉल की सख्त पालना करवाने, जीनोम स्टडी करवाने, बाजारों में कोविड गाइडलाइन की उल्लंघना पर सीज करने समेत सख्त कदम उठाने, भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के साथ ही विवाह समेत अन्य समारोह का सीमित संख्या के साथ बंद स्थान की बजाय खुले स्थान पर आयोजन करने, टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने, मेडिकल इंस्ट्राक्चर को और मजबूत बनाने, कोविड के खतरे को देखते हुए पूर्व की भांति जरूरी इंतजाम करने, युवाओं में वैक्सीनेशन करवाने के साथ ही उन्हें सुपर स्प्रेडर बनने से रोकने के लिए कदम उठाने, कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करने के लिए टास्क फोर्स बनाकर आॅनस्पॉट कार्रवाई की व्यवस्था शुरू करवाने, अगले दो सप्ताह के लिए मेले, हटवाड़ों, रेस्टोरेंट, कैफेज बंद करवाने, नाइट कर्फ्यू लगाने की पावर कलेक्टर्स को देने, कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ाने के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए. बता दें इस लाइव समीक्षा बैठक को सोशल मीडिया के जरिए एक लाख 86 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा.
यह भी पढ़ें: खुद को कांग्रेसी कहलाना पसंद नहीं कर रहे कार्यकर्ता- पटेल के साथी रहे नेता ने लिखा सोनिया गांधी को पत्र
गौरतलब है कि 31 मार्च को राज्य में 906 नए कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जबकि एक अप्रेल को 1350 दर्ज किए गए, वहीं दो अप्रेल को 1422 और शनिवार को यह संख्या 1600 पार कर गई. इनमें सबसे ज्यादा जयपुर से 367, कोटा 199, जोधपुर 195, उदयपुर 128, डूंगरपुर 113, भीलवाड़ा 71, चित्तौड़गढ़ 64, अजमेर 60, सिरोही 55, राजसमंद 54, अलवर 50, हनुमानगढ़ 37, झालावाड़ 30, पाली 29, नागौर 28, बांसवाड़ा 25, बारां 21, बीकानेर 21, बूंदी 19, प्रतापगढ़ 17, श्रीगंगानगर 16, सीकर 15, जालौर 13, धौलपुर 12, टोंक 8, बाड़मेर 7, दौसा 5, भरतपुर 4, झुंझुनूं 4, चूरू 3, सवाईमाधोपुर 3, जैसलमेर 1 और करौली से एक नया मामला सामने आया है.