Bihar Politics: सावन के महीने में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की ओर से आयोजित मटन पार्टी अब सियासी विवादों में घिर गई है. विपक्ष ने ललन सिंह और भारतीय जनता पार्टी पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है. वहीं बचाव में ललन सिंह ने पार्टी में शाकाहारी विकल्प की उपलब्धता का दावा किया. इसके बावजूद पवित्र माह में मटन भोज का सार्वजनिक प्रचार विवाद का कारण बन गया. केंद्रीय मंत्री की इस मटन पार्टी को लालू की राष्ट्रीय जनता दल ने हिंदुओं की आस्था का अपमान बताया, जबकि बीजेपी एवं एनडीए ने इससे पूरी तरह से किनारा कर लिया है.
दरअसल, बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की तरफ से एक पार्टी आयोजित की गयी थी. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बीजेपी नेता कहते हुए दिख रहे हैं, ‘भोजन का बढ़िया इंतजाम है. जो सावन मनाता है, उसके लिए भी इंतजाम है और जो नहीं मनाता है, उसके लिए भी इंतजाम किया गया है.’ केंद्रीय मंत्री के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है. कार्यक्रम में उनके साथ बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी भी नजर आ रहे हैं.
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धार्मिक असंवेदनशीलता का आरोप
विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को तुरंत लपकते हुए ललन सिंह पर धार्मिक असंवेदनशीलता का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सावन जैसे पवित्र महीने में मटन भोज की चर्चा करना हिन्दू आस्था के साथ खिलवाड़ है. राजद ने मटन पार्टी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘हिन्दू धर्म के ये ठेकेदार दूसरे को खूब नसीहत देते है, लेकिन जब बारी खुद की आती है तो..?
वहीं कांग्रेस नेता बी. वी. श्रीनिवास ने सोशल मीडिया पर भोज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘सावन के महीने में मोदी-नीतीश की मटन पार्टी! धर्म के ठेकेदारों, डूब मरो..’
शाकाहारी भोजन का विकल्प था उपलब्ध
इस कार्यक्रम के आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया था कि शाकाहारी भोजन की भी समुचित व्यवस्था हो, ताकि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत न हों. बावजूद इसके, मंच से मटन भोज का सार्वजनिक आमंत्रण देना विपक्ष को खटक गया है. विपक्ष को खटकना इसीलिए भी स्वाभाविक है क्योंकि पिछले साल पित्तपक्ष में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का हेलीकॉप्टर में मछली खाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस पर ऐतराज जताते हुए बीजेपी और जदयू ने इसे धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ भी बताया था. हालांकि ललन सिंह के बारे में बीजेपी या जदयू के किसी नेता की कोई टिप्पणी सामने नहीं आ रही है. ललन सिंह जरूर सियासत के चक्रव्यूह में घिरे नजर आ रहे हैं.



























