असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर पाकिस्तान की सत्ता के मिलकर देश की जासूसी का गंभीर आरोप जड़ा है. उन्होंने ये भी कहा कि गोगोई ने वहां की सरकार के साथ मिलकर काम किया है और ISI के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा भी किया था. बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि गोगोई भारत सरकार को बताए बिना वहां गए और वापस आकर राफेल का विरोध किया. उन्होंने संसद में तटीय मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सवाल पूछे, जहां भारत ने अपने परमाणु हथियार रखे हैं. आपके लिए ये सवाल किसने लिखे थे? अगर यह जासूसी नहीं है, तो क्या है? इसके प्रतिउत्तर में गोगोई ने इन आरोपों को बकवास बताया है.
कांग्रेस सांसद ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘असम आने के बाद से मैं सीएम सरमा के रडार पर हूं. ऐसा क्यूं है ये वो ही जानते हैं. पिछले 13 साल में उन्होंने मुझपर कई निराधार टिप्पणियां की. उनकी हालिया टिप्पणी पागलपन और बेतुकी है.’
गोगोई ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री जिस स्क्रिप्ट पर चल रहे हैं, वह बी ग्रेड फिल्म से भी खराब है. कहा जाता है कि एक झूठ को छिपाने के लिए व्यक्ति को अनगिनत झूठ बोलने पड़ते हैं. मुख्यमंत्री बिल्कुल यही कर रहे हैं. वे कोई तथ्य नहीं दे रहे हैं और केवल आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के ISI से संबंधों होने का दावा कर रहे हैं. सरमा ने दावा किया था कि गोगोई की पत्नी ने भारत और पाकिस्तान के बीच 19 बार यात्रा की थी. गोगोई की पत्नी भारत में रहते हुए पाकिस्तान स्थित एक NGO से वेतन भी लेती हैं.
इस संबंध में सरमा ने कहा, ‘मैं राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर पूरे अधिकार और जिम्मेदारी के साथ दोहराता हूं कि गौरव गोगोई पाकिस्तान सरकार के सीधे निमंत्रण पर वहां गए थे. वहां कई दिन बिताए और ट्रेनिंग ली. यह खतरनाक था. वह पाकिस्तान की सत्ता के साथ मिलकर काम कर रहे थे. गृह विभाग कब निमंत्रण भेजता है? यह केवल ट्रेनिंग देने के लिए होता है. अन्यथा ISI उसे क्यों आमंत्रित करती.’
बिस्वा ने ये भी कहा कि हमारे पास पुख्ता सबूत हैं कि गोगोई पाकिस्तान के गृह विभाग के सीधे निमंत्रण पर वहां गए और इससे बचने का कोई रास्ता नहीं है. उनके सभी रास्ते बंद हो चुके हैं.
बता दें कि सीएम हिमंता और गोगाई के बीच व्यक्तिगत विवाद की शुरुआत असम में अवैध कोयला खनन की जांच को लेकर हुई. इस मामले में गौरव गोगोई के अनुसार, असम में रोजाना 1200 टन अवैध कोयला निकाला जा रहा है और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने असम के अवैध कोयला साम्राज्य का पर्दाफाश किया है. गोगोई ने इस मामले में राज्य के सीएम हिमंता बिस्वा सरना की मिली भगत का आरोप लगाया था. इसके बाद से दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया. पिछले कुछ महीनों से बिस्वा गोगोई और उनकी पत्नी के पाकिस्तान और आईएसआई से संबंध होने को लेकर कई बयान दे चुके हैं. उन्होंने इसके बारे में पुख्ता सबूत होने का दावा तक किया है. वहीं कांग्रेस सांसद ने सभी सबूत सार्वजनिक करने की बात कही है. अब देखना होगा कि क्या सीएम हिमंत इस राज से पर्दा फाश कर पाते हैं या बयानों के जरिए ही मामले को तूल दे रहे हैं