कांग्रेस में क्षमता, नेतृत्व, नेता और हैं थिंक टैंक, हमें नहीं किसी की जरुरत- PK को लेकर हुड्डा का बड़ा बयान

हमने कभी भी नेतृत्व के बारे में नहीं की बात, हमने सिर्फ यह कहा कि पार्टी को कैसे किया जाए मजबूत, हम हमेशा से ये चाहते थे कि पार्टी को आगे ले जाने के लिए और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए क्या किया जाए लेकिन अब तो अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है तो सभी स्थितियों पर होगी चर्चा, ध्रुवीकरण की राजनीति से निपटने के लिए कांग्रेस को करना चाहिए महात्मा गांधी का अनुसरण- हूडा

PK को लेकर हुड्डा का बड़ा बयान
PK को लेकर हुड्डा का बड़ा बयान

Politalks.News/BhupinderSinghHooda. कांग्रेस के पास अपने सुधार के लिए पूरी क्षमता और सक्षम नेतृत्व मौजूद है, कांग्रेस में संसदीय बोर्ड पहले से रहा है और होना भी चाहिए, ये कहना है हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का. दरअसल, कल यानी 13 से 15 मई तक राजस्थान के उदयपुर में होने वाले कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस चिंतन शिविर में राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव लाया जाएगा तो वहीं पार्टी में बड़े बदलावों को लेकर भी कई निर्णय लिए जाएंगे. इस बीच हाल ही में अपनी पसंद का हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनवाने में कामयाब हुए G-23 गुट के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस में क्षमता है, नेतृत्व है, नेता हैं और कांग्रेस के पास थिंक टैंक भी हैं, हमें किसी की जरूरत नहीं है.’

दरअसल, कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर से एक दिन पहले गुरूवार को पत्रकारों से बात करते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से कांग्रेस की बातचीत टूटने से जुड़े सवाल पर कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी है. कांग्रेस में क्षमता है, कांग्रेस में नेतृत्व है, कांग्रेस में नेता हैं. कांग्रेस के पास थिंक टैंक है. ऐसे में हमें प्रशांत किशोर की क्या जरुरत है. कांग्रेस पार्टी बड़ी ही मजबूती से आगे बढ़ रही है.’ वहीं पार्टी द्वारा संसदीय बोर्ड बनाने जैसी मांगों पर चर्चा से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि, ‘चुनाव हो रहे हैं और इसकी प्रक्रिया चल रही है. दूसरी चीजों को चुनाव होने के बाद देखा जाएगा. संसदीय बोर्ड पहले भी था, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के समय भी था और होना भी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि, ‘पार्टी को मजबूत बनाने के लिए मजबूत ब्लॉक कमेटी और मजबूत जिला कमेटी होना जरूरी है.’

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आपको बता दें कि, भूपिंदर सिंह हुड्डा उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस में आमूल-चूल बदलाव की मांग को लेकर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. पत्रकारों ने जब हुड्डा से सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस के चिंतन शिविर में ‘जी23’ की ओर से उठाये गए मुद्दों का समाधान निकलेगा? इसके जवाब में हुड्डा ने कहा कि, ‘ये जो ‘जी 23’ है इसकी परिभाषा आप लोगों के द्वारा ही दी हुई है. हमारे कुछ वरिष्ठ कांग्रेसजन का विचार था कि कुछ कदमों से पार्टी मजबूत हो सकती है, आपको यह-यह कदम उठाने चाहिए. इसे लेकर हमने कांग्रेस आलाकमान को लिखा था तो इसमें क्या गलत था. हमारी मांगों को लेकर कुछ कदम भी उठाए गए हैं. हमारी मांगें किसी का विरोध नहीं है, हम पार्टी के हितकारी हैं.’

वहीं कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर हुड्डा ने कहा कि, ‘हमने कभी भी नेतृत्व के बारे में बात नहीं की, हमने सिर्फ यह कहा कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाएगा. हम हमेशा ये चाहते थे कि पार्टी को आगे ले जाने के लिए और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए क्या किया जाए लेकिन अब तो अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है सभी स्थितियों पर चर्चा भी होगी.’ वहीं जब भूपिंदर सिंह हुड्डा से पुछा गया कि ‘ध्रुवीकरण की राजनीति‘ से निपटने के लिए कांग्रेस को क्या करना चाहिए तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘इसका एक समाधान है-महात्मा गांधी, उनका अनुसरण करिये. महात्मा गांधी हिंदू थे, वह धार्मिक व्यक्ति थे और सभी धर्मों का सम्मान करते थे. उनके रास्ते पर चलकर ही देश एक रह सकता है और आगे बढ़ सकता है. मेरा ऐसा मानना है कि कांग्रेस को बापू के रास्ते पर चलना चाहिए.

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