Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों के बीच सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है. बता दें, लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन भी प्रदेश की 182 विधानसभा सीटों में से 40 से 45 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इसी सिलसिले में सोमवार को AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए सभी विपक्षी दलों को लिया आड़े हाथ. ओवैसी ने कहा कि, ‘कांग्रेस और आप पार्टी मुझ पर इलजाम लगाती रहती है कि में BJP की ‘बी टीम’ हूँ. तो वहीं बीजेपी मुझे नया जिन्ना कहती है. मुझे नहीं पता कि जिन्ना किधर गया. मैं तो उन लोगों की औलाद हूँ, जिन्होंने जिन्ना के पैगाम को ठुकराकर भारत को अपनाया है.’ यही नहीं आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को छोटा रिचार्ज बताते हुए ओवैसी ने जमकर निशाना साधा.
आपको बता दें अगले माह की 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होना है. ऐसे में सभी सियासी दलों ने कमर कस ली है. इसी बीच AIMIM भी प्रदेश की कई सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है और पार्टी ने अहमदाबाद की तीन और सूरत की दो विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा भी कर दी है. AIMIM फरवरी 2021 में स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी को मिली सफलता को लेकर उत्साहित है. यही कारण है कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है. सोमवार को भी ओवैसी ने प्रदेश में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की अटकलों को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘लोकतंत्र में हमेशा एक गुंजाइश रही है और हमेशा रहेगी. लोकतंत्र में बहुदलीय व्यवस्था की गुंजाइश हमेशा होती है.’
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ओवैसी का जिन्ना राग
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘यदि लोकतंत्र एक तानाशाही शासन में बदल जाता है तो ये सद्दाम हुसैन या उत्तर कोरिया के लोकतंत्र के समान हो जाता है, तो आपके सामने एक ऐसी पार्टी होती है जिसे 90% वोट मिलते हैं. शुक्र है कि हम अभी उस स्तर पर नहीं हैं. हमारे पास लोकतंत्र है. लोकतंत्र की खूबी यह है कि यह अलग-अलग आवाजों और अलग-अलग पार्टियों का जश्न मनाता है.’ वहीं उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ओवैसी ने एक बार फिर जिन्ना का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस और आप पार्टी मुझ पर इलजाम लगाती रहती है कि मैं भारतीय जनता पार्टी की ‘बी टीम’ हूं और वहीं बीजेपी मुझे देश के खिलाफ बताती रही है. बीजेपी मुझे नया जिन्ना कहती है, मुझे नहीं पता जिन्ना किधर गया. लेकिन मैं उन लोगों की औलाद हूँ, जिन्होंने जिन्ना के पैगाम को ठुकराकर भारत को अपनाया है. मैं उन लोगों की औलाद हूँ, जिन्होंने पाकिस्तान को पाक नहीं माना.’
पीएम मोदी और अरविंद केजरीवाल का है एक ही यूनिफॉर्म
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से गुजारिश करता हूं कि वे एक जगह बैठकर पहले ये तय कर लें कि ओवैसी क्या है? ये तीनों दल मेरे बारे में क्या बोलते हैं उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. जब तक अल्लाह मुझे सेहतमंद रखेगा ये तमाम लोग मुझ पर इस तरह के इल्जाम लगाते रहेंगे. मैं इनसे केवल इतना ही कहता रहूंगा कि कोई पत्थर से ना मारे मेरे दीवाने को.’ वहीं पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए ओवैसी ने कहा कि, ‘ये गुजरात डिस्टर्ब एरिया एक्ट कब खत्म होगा. इस एक्ट की वजह से कोई मुसलमान वहां अपना घर नहीं खरीद सकता, क्योंकि कलेक्टर उसे खारिज कर देते हैं. ओवैसी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी अपनी आपत्ति जताई. ओवैसी ने कहा कि, ‘पीएम मोदी ओर अरविंद केजरीवाल का यूनिफॉर्म एक ही. इन दोनों ने तय किया है कि एक विधानसभा जीते, दूसरा लोकसभा.’
छोटा रिचार्ज कह रहा है कि छोटे मोदी से अब मैं बड़ा मोदी बनना चाहता हूं- ओवैसी
वहीं आम आदमी पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘जब कोविड शुरू हुआ था तब इसी छोटा रिचार्ज ने तबलीगी जमात पर इसे फैलाने का इल्जाम लगाया था ताकि सबको यह बदनाम कर सके. मामला कोर्ट में गया तो अदालत ने कहा कि यह सब झूठ है. दिल्ली में जब दंगे हो रहे थे तो लोग इंसान नहीं हैवान बनकर एक दूसरे को मार रहे थे. इस दौरान यह दिल्ली के मुख्यमंत्री कहां थे? वो लोगों के गुस्से को कम करने की बजाय राजघाट पर मौन व्रत कर रहे थे. ओखला में कचरे का अंबार लगा है लेकिन उस पर यह छोटा रिचार्ज कुछ नहीं बोला. इनसे जब बिलकिस बानो पर बोलने के लिए कहा गया तो इन्होंने चुप्पी साध ली. छोटा रिचार्ज कह रहा है कि छोटे मोदी से अब मैं बड़ा मोदी बनना चाहता हूं.’