Politalks.News/Rajasthan. लखीमपुर खीरी कांड में कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर उत्तरप्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान जारी कर मामले में मंत्री पुत्र की गिरफ्तार और विपक्ष को लखीमपुर जाने से रोकने को लेकर यूपी सरकार को घेरा है. सीएम गहलोत ने बयान जारी कर रहा कि ‘लखीमपुर खीरी में जो कुछ हुआ, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है’. सीएम गहलोत ने आरोपी मंत्री पुत्र को गिरफ्तार कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है. साथ ही योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस नेताओं और विपक्षियों को लखीमपुर जाने से रोकने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. विपक्ष को रोकना लोकतंत्र की परंपरा नहीं है. इस पूरे बयान के दौरान सीएम गहलोत ने लखीमपुर जाने वाले सभी नेताओं का नाम लिया लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का नाम नहीं लिया जो की चर्चा का विषय बना हुआ है.
लखीमपुर में जो हुआ, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया- सीएम गहलोत
लखीमपुर खीरी कांड पर सीएम गहलोत ने बयान जारी किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘लखीमपुर खीरी में जो कुछ हुआ, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बयान पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘भारत के केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा की उनकी स्पीच को सबने सुना, जब वो कह रहे हैं कि आप सबको मालूम नहीं है कि गृह मंत्री और सांसद बनने से पहले मैं क्या था?. मैं जिस दिन चाहूंगा, ऐसी स्थिति पैदा कर दूंगा कि आप लोग यहां से भाग जाओगे. जो अगर इस प्रकार की धमकी दे रहा है अपनी पब्लिक को, अपने मतदाताओं को, उसके बाद में जो कुछ भी हुआ वो देश के सामने है
‘पीएम द्वारा केन्द्रीय मंत्री से इस्तीफा ना मांगना गलत मैसेज’
सीएम गहलोत ने लखीमपुर में हुई घटना पर रोष जताते हुए कहा कि, ‘4 किसानों का मरना किसे कहते हैं, घटना में 9 लोग मारे गए हैं वहां पर, ये हृदय विदारक जो दृश्य बना है और जिस रूप में पूरा देश देख रहा है, उसके बावजूद भी न केन्द्रीय मंत्री ने इस्तीफा दिया, न प्रधानमंत्री मोदी ने उनको इस्तीफा लेने का मैसेज दिया. इससे वो देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं’.
यह भी पढ़ें- सीएम गहलोत ने दिया बड़ा सियासी संदेश तो पायलट ने भी की सरकार की तारीफ, नारेबाजी ने निकाली हवा
‘कांग्रेस नेताओं को लखीमपुर जाने से क्यों रोका गया?’
लखीमपुर जाने से कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं को रोकने पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘जब आपके सामने पूरे प्रूफ आ गए कि वो अपनी स्पीच के अंदर ऐसे कमेंट कर रहें है जो गृह मंत्री को शोभा नहीं देते हैं और उसके बाद में आप प्रियंका गांधी जो यूपी की प्रभारी हैं, या जो अन्य नेता थे राहुल गांधी जाना चाहते थे, या भूपेश बघेल गए वहां पर, या मिस्टर चन्नी गए, दीपेंद्र हुड्डा गए, और भी कई नेता गए वहां पर, उनको आप रोकने की कोशिश करने का तुक समझ में नहीं आता है
‘विपक्षी पार्टियां नहीं जाएंगी तो कौन जाएगा’
विपक्ष को लखीम जाने के रोकने की निंदा करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘अगर कोई घटना होती है चाहे वो कैसी भी घटना हो, अगर विपक्षी पार्टियां नहीं जाएंगी तो कौन जाएगा? और जब विपक्षी पार्टी जाती हैं और वहां जनता की बात सुनती हैं, चश्मदीद गवाह होते हैं उनकी बात सुनती है, उससे एक प्रकार से उनको विश्वास जमता है कि सरकारी पक्ष में अगर मान लो पक्षपात भी हुआ, तो क्योंकि विपक्षी पार्टियों लोग हमारे साथ खड़े हैं, हमारे साथ न्याय होगा. उस भावना से भी वो लोग शांत रहते हैं, कानून हाथ में नहीं लेते हैं और उम्मीद करते हैं हमें न्याय मिलेगा’, सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आप पीड़ितों को उनके हक से वंचित कर रहे हो. ये मिस हैंडलिंग नहीं है तो क्या है?’
यह भी पढ़ें- रघु शर्मा की गहलोत मंत्रिमंडल से छुट्टी तय, बड़े राज्य गुजरात की जिम्मेदारी मिलने पर खुद ही दिए संकेत
‘यूपी के सीएम को विपक्ष को देनी चाहिए थी सिक्योरिटी, फिर पीड़ितों से मिलवाते’
योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, यूपी के मुख्यमंत्री को चाहिए था, वो खुद विपक्ष के नेताओं को लखीमपुर जाने की व्यवस्था करते. जो भी विपक्ष के नेता जाना चाहते थे उनकी सिक्योरिटी की व्यवस्था करते कि आपस में कोई ऐसी स्थिति नहीं बन जाए वहां पर कि जाने वाले नेता लोग ढंग से बात भी नहीं कर पाएं, ये हमेशा कायदा होता है और ये ही परंपराएं हमने देखी हैं. पर उत्तरप्रदेश ऐसा प्रदेश बन गया है जहां पर विपक्षी पार्टियों को जाने से रोकने की परंपरा बन गई है और जैसी सरकार की मंशा होती है, पुलिस वो ही व्यवहार करती है, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है’.
‘मंत्री पुत्र को गिरफ्तार कर जल्द पीडि़तों को दिलवाएं न्याय’
सीएम गहलोत ने मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि, ‘मामले के जो आरोपी है उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और लोगों को न्याय दिलाना चाहिए, ये काम उत्तरप्रदेश की सरकार का है’. लखीमपुर मामले में यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट की पड़ी फटकार पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘जिस प्रकार उच्चतम न्यायालय ने जो लताड़ पिलाई है राज्य सरकार को बार-बार, मैं समझता हूं कि उसके बावजूद भी अगर स्टेट गवर्नमेंट और वहां का पुलिस-प्रशासन योजनाबद्ध तरीके से और शीघ्र न्याय नहीं दिलाए, तो ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा. खाली आप कमीशन बैठा दो, उससे नहीं काम चलने वाला’. सीएम गहलोत ने उम्मीद जताते हुए कहा कि, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि सुप्रीम कोर्ट की भावनाओं को, देशवासियों की भावनाओं को समझकर के अविलंब ऐसी कार्रवाई होगी जिससे कि विश्वास हो पूरे मुल्क को कि किसानों के साथ न्याय होगा’.