‘ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे’ पर CM गहलोत की अपील- कोरोना के खिलाफ जंग में अपने आप को करें समर्पित

ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का उद्देश्य है संक्रमित बीमारियों से बचाव, सही ढंग से और बार-बार हाथ धोने से डायरिया, फेफड़ों के संक्रमण और मौसम बदलने से होने वाली बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है

Rajasthan Cm 1594543263 749x421(2)
Rajasthan Cm 1594543263 749x421(2)

Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सभी प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना के खिलाफ जंग में अपने आप को समर्पित करें. राज्य सरकार के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, संविदाकर्मियों आदि के साथ-साथ आम राजस्थानवासियों के समन्वित प्रयास एवं सहयोग से ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है.

ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे‘ के उपलक्ष्य में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आवास पर वीसी के माध्यम से राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे का संदेश है कि लोग शरीर को स्वच्छ रखने के लिए खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोएं. कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जो हैल्थ प्रोटोकॉल जारी किया है, उसमें मास्क लगाने और शारीरिक दूरी के साथ-साथ बार-बार हाथ धोने पर भी जोर दिया है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का उद्देश्य है संक्रमित बीमारियों से बचाव, सही ढंग से और बार-बार हाथ धोने से डायरिया, फेफड़ों के संक्रमण और मौसम बदलने से होने वाली बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. आम लोगों को यह संदेश समझाने के लिए ही राज्य सरकार ने गैर-राजनीतिक जन आन्दोलन शुरू किया है.

यह भी पढ़ें: सीएम गहलोत ने किया कई योजनाओं का डिजिटल लोकार्पण, कोरोना पर जताई चिंता

इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ग्लोबल हैंडवाशिंग डे को संकल्प दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया. मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हाथ धोने की आदत से कोरोना महामारी सहित सभी संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है और इसमें की गई लापरवाही बड़े स्तर पर लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकती है. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता को अपनाने के साथ-साथ हमें सामाजिक स्वच्छता पर भी जोर देना होगा और इसके लिए लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने से रोकना होगा.

इस मौके पर यूनिसेफ की राज्य प्रतिनिधि आइजॉल बार्डम ने कहा कि पिछले कुछ वर्षाें के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों की सहभागिता से चले अभियान के कारण राजस्थान में हाथ धोने के प्रति जागरूकता के स्तर में सुधार आया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण काल में हाथों की स्वच्छता का महत्व और अधिक बढ़ गया है.

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, स्वायत्त शासन आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इसके साथ ही विभिन्न जिलों के कलक्टर, जिला परिषद के अधिकारी तथा पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधि एवं आमजन भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े.

Leave a Reply