Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के लगातार हो रहे विस्फोट के बाद गहलोत सरकार की ओर से प्रदेश में ‘जन अनुशासन पखवाड़ा‘ की गाइडलाइन जारी की गई. लेकिन पहले दिन ही जयपुर सहित कई शहरों में नियमों की धज्जियां उड़ने से सीएम गहलोत बेहद नाराज हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह विभाग के आला अधिकारियों के समक्ष भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. सीएम ने कोरोना प्रोटोकॉल लागू करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है. सरकार से जुड़े की सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नाराजगी का खामियाजा गाइडलाइन की पालना कराने का जिम्मा संभाल रहे अधिकारियों को उठाना पड़ सकता है जो लापरवाही बरत रहे हैं. सूत्रों की माने तो कई अधिकारियों पर गाज गिरना तय है. इधर जयपुर में सोमवार को मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के एक शिलान्यास समारोह में शिरकत करने और इस समारोह में आई भीड़ को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार की खिंचाई की जा रही है. सीएम गहलोत ने इन मामलों को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है.
अनुशासन पखवाड़े के पहले ही दिन राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आईं थीं. कई जगह सड़कों पर वाहनों का आवागमन बे-रोकटोक जारी रहा कई जगह तो ट्रैफिक जाम की स्थिति भी देखने को मिली, इस पूरे हालात की रिपोर्ट जब सीएम गहलोत के पास पहुंची तो उन्होंने इस पर खुलकर नाराजगी जताई है.
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मंत्री-विधायकों को भीड़भाड़ से बचने के निर्देश
राज्य सरकार के मंत्रियों और विधायकों को भी सीएम गहलोत की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं भीड़भाड़ से दूर रहें. साथ ही विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह में भी भीड़ जमा करने से बचें. इसके अलावा मंत्रियों-विधायकों को निर्देश भी दिया गया है कि वे कोरोना गाइड लाइन की पालना कराने के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम भी करें. दरअसल जयपुर में सोमवार को परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और जयपुर हैरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने सुभाषनगर की सड़कों के डामरीकरण के नवीनीकरण का पूजा-अर्चना करके शिलान्यास किया. मगर दोनों ही जन प्रतिनिधि भूल गए कि 3 मई तक प्रदेश भर में कर्फ्यू लगा हुआ है. जिसमें किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक है. तमाम पाबंदियों के बाद न सिर्फ कार्यक्रम हुआ बल्कि इस दौरान अच्छी खासी भीड़ भी जुटी. इस कार्यक्रम को लेकर बीजेपी और सोशल मीडिया पर गहलोत सरकार से सवाल किए जा रहे हैं. क्या प्रदेश में लागू किया गया ‘जन अनुशासन पखवाड़ा’ राज्य सरकार के मंत्रियों पर लागू नहीं होता है? सूत्रों की माने तो सीएम गहलोत ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर की है.
गहलोत ने आला अफसरों से रिपोर्ट मांगी
राज्य सरकार से जुड़े जानकार सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जन अनुशासन पखवाड़े के तहत जारी की गई गाइडलाइन की सख्ती से पालना नहीं कराने वाले जिला कलेक्टर्स और जिला पुलिस अधीक्षकों से रिपोर्ट तलब की है. इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह विभाग के अधिकारियों को गाइडलाइन की कड़ाई से पालना कराने और कोताही नहीं बरतने की नसीहत दी है. जयपुर में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में कई जगह नाकाबंदी कर बिना वजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. जयपुर में 4 हजार जवानों को तैनात किया गया है. जयपुर में 81 चेक पोस्ट बनाए गए हैं. पुलिस का कहना है कि नियमों का पालन नहीं करने वालों की गिरफ्तारियां भी करनी पड़ी तो की जाएंगी. पुलिस 24 घंटे लगातार निगरानी कर रही हैं.
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एक हफ्ते तक होगी मॉनिटरिंग, फिर सीएम लेंगे अहम फैसले
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को एक सप्ताह की मोहलत देते हुए कड़ाई से गाइडलाइन की पालना के निर्देश दिए हैं. जानकारी सूत्रों की माने तो अगर फिर भी स्थिति कंट्रोल नहीं होती है तो मुख्यमंत्री कई और भी बड़े फैसले ले सकते हैं. इस मोहलत के दौरान मुख्यमंत्री खुद रोजाना हालात की मॉनिटरिंग करेंगे.
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की ओर से प्रदेश में जन अनुशासन पखवाड़ा के तहत कर्फ्यू लगाया गया है. जन अनुशासन पखवाड़ा की गाइडलाइन 3 मई तक लागू रहेगी. इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. इधर कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आ रही है. प्रदेश में सोमवार को लगभग 12 हजार पॉजिटिव केस सामने आए हैं, प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 76 हजार के पार हो गई है.