CM गहलोत ने मंत्रियों को दिए नियमित जनसुनवाई के सख्त निर्देश- ‘अंतिम छोर तक पहुंचाएं सुशासन’

सीएम गहलोत ने पुनर्गठित मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में ही ली नए मंत्रियों की क्लास, दिए सख्त निर्देश- 'प्रभार वाले जिले में बिताए 2 दिन', बैठक में हुए अहम फैसले, सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर होगी सौगातों की बौछार, प्रशासन गांवों/ शहरों के संग अभियान चलेगा लंबा, अगले साल जनवरी में 24-25 को होगी 'इन्वेस्ट राजस्थान समिट', कोरोना के बढ़ते मामलों पर सीएम गहलोत ने जताई चिंता

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक

Politalks.News/Rajasthan. मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद आज गहलोत मंत्रिपरिषद की पहली बैठक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक्शन में नजर आए. सीएम गहलोत ने सभी मंत्रियों को साफ निर्देश दिए किए सभी मंत्री एक्शन में रहें और मंत्रियों के घरों के दरवाजे हमेशा खुले रहें. साथ ही सीएम गहलोत ने सभी प्रभार वाले जिलों में हर 15 दिन में जाने और नियमित जनसुनवाई के निर्देश भी दिए. मंत्रिपरिषद के फैसले को जानकारी देते हुए खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि आज की बैठक में सीएम गहलोत ने सभी मंत्रियों का स्वागत किया और एक्शन मोड में रहने के निर्देश दिए हैं. मंत्रियों को सरकार की फ्लैशशिप योजनाओं के प्रचार प्रसार और नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं’. सीएम गहलोत मंत्रिपरिषद के बाद अब सलाहकारों के साथ भी बैठक करेंगे.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य मंत्रिपरिषद् की बैठक हुई. इस बैठक में संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए. बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आमजन की आकांक्षाओं को पूरा करने तथा प्रदेश के चहुंमुखी विकास के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बीते करीब तीन साल में कई महत्वपूर्ण योजनाएं एवं कार्यक्रम लागू किए हैं. साथ ही कई जनकल्याणकारी घोषणाएं भी की गई हैं. कोरोना की विषम परिस्थितियों में भी सरकार ने जनता को राहत देने में कोई कमी नहीं छोड़ी है. जमीनी स्तर तक सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों एवं नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कर प्रदेश में सुशासन को और अधिक गति दी जाए’.

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‘प्रभार वाले जिले में बिताए 2 दिन, करें जनसुनवाई और मॉनिटरिंग’
मंत्रिपरिषद की बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘सभी मंत्री सप्ताह के पहले तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को जयपुर मुख्यालय पर ही रहकर जनअभाव अभियोग के निराकरण के साथ ही विभागीय योजनाओं की नियमित समीक्षा करेंगे. सभी प्रभारी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में प्रत्येक माह कम से कम 2 दिन का दौरा करना होगा. इस दौरान सभी मंत्री जनसुनवाई करेंगे और जनप्रतिनिधियों के साथ जिले की समस्याओं, राज्य सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे और जिला प्रशासन के साथ इन पर समीक्षा करेंगे’. बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मंत्री जिलों के दौरों में प्रशासन गांवों के संग एवं प्रशासन शहरों के संग अभियान 20 सूत्री कार्यक्रम, राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं, जन-घोषणा पत्र तथा बजट घोषणाओं की प्रभावी मॉनीटरिंग करेंगे’

गहलोत सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर होगी सौगातों की बौछार
दिसंबर माह में गहलोत सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं. इसको लेकर भी मंत्रिपरिषद की बैठक में कई निर्णय लिए गए. आगामी 17 दिसम्बर को राज्य सरकार के कार्यकाल के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विभिन्न परियोजनाओं एवं विकास कार्यों के प्रस्तावित लोकार्पण और शिलान्यास पर भी विस्तृत चर्चा की गई. बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘सभी मंत्री इस दौरान प्रभार के जिलों में जाएंगे और जनता को सौगातें देंगे. पिछले तीन सालों में राज्य सरकार ने महिलाओं, युवाओं आदिवासियों, एससी, एसटी, पिछड़े, अल्पसंख्यक सहित तमाम जरूरतमंद वर्गों की विकास में भागीदारी बढ़ाने के लिए अनेक निर्णय किए हैं. आमजन को इन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी होना आवश्यक है’.

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‘एक जनवरी से प्रदेशभर में शुरू होगा ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान’
मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय किया कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए आगामी वर्ष की पहली तारीख से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान प्रारंभ किया जाएगा. जमीनी स्तर तक इस अभियान की सफलता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि आमजन को मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचाया जा सके. इसके लिए सम्बन्धित विभागों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाए. सीएम गहलोत ने बैठक में कहा कि, ‘आमजन की जान से खिलवाड़ करने वाले मिलावट माफिया को अब बख्शा नहीं जाएगा’.

जनवरी 24-25 को होगी ‘इन्वेस्ट राजस्थान समिट
बैठक में सीएम गहलोत ने बताया कि, ‘राज्य सरकार प्रदेश में निवेश बढ़ाने और प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए आगामी 24 एवं 25 जनवरी को इन्वेस्ट राजस्थान सम्मेलन के रूप में एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को कोविड के विपरीत प्रभाव से बाहर निकलने तथा आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में इस आयोजन से बड़ी मदद मिलेगी’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘देश में राजस्थान ऐसा पहला राज्य है जहां कोविड से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए इस तरह के निवेश सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. समिट की सफलता के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए गए कि वे इस सम्मेलन में प्राप्त होने वाले निवेश प्रस्तावों को पूर्ण समन्वय एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण करें’.

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तीसरी लहर से बचाव के लिए निरंतर सतर्कता बनाए रखना जरूरी- गहलोत
मंत्रिपरिषद की बैठक में सीएम गहलोत ने प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर चिंता जताई है. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कोविड महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता तथा कोविड अनुशासन की निरन्तर पालना करना जरूरी है. पिछले दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कुछ वृद्धि हुई है. स्कूलों में भी कोविड संक्रमण के मामले आए हैं. जिस पर राज्य सरकार चिंतित है और प्रदेश में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत किया जा रहा है’. बैठक में सीएम गहलोत ने बताया कि, ‘जिला कलेक्टर्स के साथ चर्चा कर कोविड को लेकर चर्चा की जाएगी और आगे के लिए दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे’. बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ. बीड़ी कल्ला ने शिक्षण संस्थानों को लेकर कोविड गाइडलाइन की जानकारी दी.

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