Politalks.News/Rajasthan. मोदी सरकार द्वारा सैनिकों की भर्ती के लिए लाई गई नई योजना अग्निपथ का देशभर के युवाओं के साथ-साथ अब सियासी पार्टियों ने भी विरोध तेज कर दिया है. रविवार को कांग्रेस ने अग्निपथ योजना का देशभर में ‘सत्याग्रह’ के रूप में रैली निकालकर विरोध किया. इसी कड़ी में राजधानी जयपुर में कांग्रेस ने इस योजना को देश और युवाओं के खिलाफ बताते हुए तिरंगा यात्रा निकाली मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने इस रैली को अमर जवान ज्योति से तिरंगा झंडा दिखाकर रवाना किया. इस दौरान सीमा गहलोत और डोटासरा ने सेना में संविदा के आधार पर भर्ती का विरोध किया और सरकार से जल्द इस योजना को वापस लेने की मांग की.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तिरंगा रैली को रवाना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि इस योजना से देश के नौजवानों में आक्रोश है और प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को युवाओं की भावनाओं को समझना चाहिए और उन्हें यह जल्द से जल्द इसे वापस लेना चाहिए. सीएम गहलोत ने इसे जल्दबाजी में उठाया गया कदम बताया और कहा कि केंद्र सरकार ने जिस जल्दबाजी में यह फैसला किया है उससे पूरे देश में युवा वर्ग आक्रोश में है और देश की जनता ही नहीं बल्कि सेना से रिटायर्ड फौजियों ने भी इस योजना को अस्वीकार कर दिया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार को देश हित में इस योजना को वापस ले लेना चाहिए.
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वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सेना में संविदा के तहत भर्ती करने का निर्णय देश के खिलाफ है. डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले किसान पुत्रों के साथ धोखा किया. मोदी सरकार सभी वर्गों के खिलाफ है और केवल पूंजीपतियों के साथ हैं. डोटासरा ने आगे कहा की कांग्रेस पार्टी देश के इन सभी युवाओं के साथ खड़ी है. इसके साथ ही प्रदेशाध्यक्ष डोटासर ने दावा किया कि प्रधानमंत्री को केंद्रीय कृषि कानूनों की तरह ही इस योजना को भी वापस लेना ही पड़ेगा और जनता से माफी भी मांगनी पड़ेगी. डोटासरा ने कहा कि अब देश की जनता के बीच केंद्र की मोदी सरकार का पर्दाफाश हो चुका है कि ये सरकार देश के किसी भी वर्ग के साथ नहीं है.
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आपको बता दें, राजधानी जयपुर स्थित अमर जवान ज्योति से शुरू हुई यह तिरंगा यात्रा स्टेचू सर्किल, पांच बत्ती चौराहा, अजमेरी गेट, जोहरी बाजार, बड़ी चौपड़ और छोटी चौपड़ होते हुए पीसीसी तक पहुंची. वहीं इसका समापन हुआ. तिरंगा वाहन रैली में गहलोत सरकार के कई मंत्री और कांग्रेस से जुड़े कई बड़े नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. तिरंगा रैली में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, जलदाय मंत्री महेश जोशी, विधायक रफीक खान,अमीन कागजी, कृष्णा पूनिया, पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, और महापौर मुनेश गुर्जर और वरिष्ठ नेता मनोज दुग्गल सहित कई नेता कार्यकर्ताओं संग विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष मौजूद रहे.