Rahul Gandhi on rajasthan election: देश के पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में इसी साल विधानसभा चुनावों की घोषणा होना बाकी है. इससे पहले ही कांग्रेस के एक नेता ने एमपी और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत तय होने की भविष्यवाणी कर दी है. उनके मुताबिक, राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है लेकिन विजयश्री कांग्रेस के हाथ ही लगेगी. तेलंगाना में भी कांग्रेस के जीतने के आसार प्रबल है क्योंकि वहां बीजेपी पहले से ही साफ हो चुकी है. यह दावा किया है कांग्रेस के वायनाड़ सांसद राहुल गांधी ने, जो दिल्ली में एक मीडिया हाउस इवेंट में बोल रहे थे.
यहां उन्होंने बीजेपी पर ध्यान भटकाने और मीडिया द्वारा बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप भी लगाया. इसके साथ साथ लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा विपक्ष के एक सांसद पर गाली गलौच करने की घटना का भी जिक्र किया.
तेलंगाना में भी जीत का संभावित दावा
राहुल गांधी ने दावा किया है इसी साल होने वाले पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीत रही है. राजस्थान में मामला बहुत करीबी है. हमें लगता है कि हम वहां भी जीत जाएंगे. बीजेपी भी अंदरखाने यही कह रही है. उन्होंने कहा कि हम शायद तेलंगाना में जीत सकते हैं, क्योंकि वहां बीजेपी पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. बता दें कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. मध्यप्रदेश में बीजेपी, तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार है.
कर्नाटक में बीजेपी की नीतियों से निपटना सीखा
राहुल गांधी ने बीजेपी पर जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कई हथकंडे अपनाती है. रमेश बिधूड़ी का संसद में दूसरे सांसद को गाली देना और एक देश-एक चुनाव का विचार लाना उन्हीं में से एक है. कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भी संसद में कोई बात रखी जाती है, तो वे ध्यान भटकाने के लिए ऐसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं. हमने सीख लिया है, इससे कैसे निपटना है.
वायनाड़ सांसद ने कहा कि भारत में असली मुद्दे गरीबी, बेरोजगारी, निचली जाति, ओबीसी और आदिवासियों से अन्याय और महंगाई हैं. भाजपा उनसे मुकाबला नहीं कर सकती. इसलिए कहती है कि आइए बिधूड़ी जी एक बयान दें. आइए एक साथ आएं और एक साथ चुनाव कराएं. आइए भारत का नाम बदलें. ये सब ध्यान भटकाने वाला है. हम इसे जानते-समझते हैं और हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे.
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फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्टों से ध्यान भटकाने के लिए सरकार विशेष सत्र लेकर आई. वे इंडिया को भारत में बदलना चाहते थे, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि लोगों को यह पसंद नहीं आएगा, इसलिए इसे पीछे करके इसे लेकर आए.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से बहुत जरूरी सबक सीखा है कि भाजपा ध्यान भटकाती है. वह हमें अपना नैरेटिव बनाने से रोकती रही. इसी तरह पिछले कई चुनाव जीतती आई. इससे ही सबक लेकर हमने अपनी पार्टी का नैरेटिव बनाते हुए कर्नाटक का चुनाव लड़ा था. हमने कर्नाटक की जनता को एक सीधा-सीधा दृष्टिकोण दिया कि उनके लिए कई सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम हैं, जिन्हें लागू किया जा रहा है. और इसी तरह हम नैरेटिव को कंट्रोल कर पाए.
बीजेपी ने मीडिया पर कब्जा कर रखा है
राहुल गांधी ने बीजेपी पर मीडिया को कंट्रोल करने का और मीडिया पर बयानों एवं तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि कम्युनिकेशन आर्किटेक्चर पर भाजपा का इतना कब्जा है कि लोगों से बात करना प्रैक्टिकली असंभव है. बीजेपी ने चाहे कितनी भी ताकत लगा ली हो, मीडिया ने कितना भी तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश की, लेकिन यह काम नहीं आया. यह समस्या सिर्फ भारत में नहीं है. इसका सामना दुनिया भर में हो रहा है.
महिला आरक्षण का जनगणना से कोई संबंध नहीं
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हाल में पास हुआ महिला आरक्षण बिल का जनगणना या परिसीमन से कोई संबंध नहीं है. सरकार कह रही है कि महिलाओं को इस बिल का लाभ 10 साल बाद मिलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो महिला आरक्षण विधेयक को सुबह से ही लागू किया जा सकता है. बस इतना कहना है कि लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित की जाएंगी. गांधी ने कहा कि सरकार इसे 10 साल बाद जबकि कांग्रेस इसे अभी लागू करना चाहती है.
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के विरूद्ध विपक्षी अलायंस I.N.D.I.A चीजों के साथ खुद को ढाल रहा है और एक साथ काम कर रहा है. विपक्ष के साथ भारत की 60% आबादी है. हम निश्चित रूप से 2024 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को सरप्राइज देने वाले हैं. राहुल ने दावा किया कि उनकी पार्टी ऐसी स्थिति में ढल रहे हैं जहां भाजपा मीडिया को नियंत्रित करती है.