Politalks.News/Bihar. बीजेपी के लोजपा के लिए दिए ‘वोट कटवा’ बयान पर चिराग पासवान बरस पड़े हैं. बीजेपी के इस बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि अगर ऐसा ही है तो फिर 2014 से अपने साथ क्यों रखा हुआ है. लोजपा केंद्र की मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में सहयोगी पार्टी बनकर एनडीए के साथ रही है. रामविलास पासवान दोनों सरकारों में मंत्री थे. बिहार में भी लोजपा ने पिछला चुनाव एनडीए के साथ ही लड़ा है लेकिन इस बार चिराग ने नीतीश कुमार से अनबन के चलते साथ छोड़ दिया लेकिन बीजेपी के साथ रहने का फैसला किया. हाल में चिराग ने अपने आपको मोदी का हनुमान भी बताया था.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने चिराग की पार्टी को वोट कटवा बताया था. शुक्रवार को एक बयान में प्रकाश जावडेकर ने कहा कि लोजपा बिहार के चुनावों में कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी और सिर्फ एक वोट कटवा पार्टी बनकर रह जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि बिहार में एनडीए की ओर से केवल चार पार्टियां (बीजेपी, जदयू, हम और वीआईपी) ही चुनाव लड़ रही हैं.
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केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि चिराग पासवान ने बिहार में एक अलग रास्ता चुना है. वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारी कोई बी या सी टीम नहीं है. जावड़ेकर ने ये भी दावा किया कि एनडीए को बिहार के चुनावों में तीन-चौथाई बहुमत मिलेगा और चिराग की पार्टी मात्र एक वोट कटवा पार्टी बनकर रह जाएगी.
इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी लोजपा पर खुलकर निशाना साधा था. संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बीजेपी की कोई बी, सी या डी टीम नहीं है. लोजपा बिहार की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. हमारी केवल एक टीम है जिमसें बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी शामिल है, वहीं लोजपा अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है.
इन सबके बीच चिराग ने कहा कि पापा (रामविलास पासवान) ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था. चिराग ने नीतीश कुमार पर अपने पिता को अपमानित करने का भी आरोप लगाया. लोजपा प्रमुख ने कहा कि एक बेटे के तौर पर मैं बुरी तरह से आहत था, जब मेरे पिता का नीतीश कुमार द्वारा बार-बार अपमान किया गया था. चिराग ने दो टूक में लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी पितृ भक्ति दिखाते हुए कहा कि मुझे चुनावों में प्रधानमंत्री की तस्वीरों का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है क्योंकि पीएम मेरे दिल में हैं. उन्होंने ये भी दावा कि बीजेपी को नीतीश कुमार के दवाब में इस तरह के उजूल उजूल बयान दिलवाए जा रहे हैं. चिराग ने अंत में कहा कि कुछ भी हो जाए लेकिन 10 नवंबर को नीतीश कुमार सीएम नहीं बनेंगे.
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गौरतलब है कि अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की बात को लेकर चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर निशाने साधने शुरु कर दिए थे. बाद में चिराग ने अपने आपको एनडीए से अलग निकल कर जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया. इसके बाद जदयू और बीजेपी की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ तौर पर लोजपा को बिहार चुनाव में एनडीए से बाहर का रास्ता दिखाया गया और प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई. इसके बावजूद चिराग ने कहा कि बीजेपी से उनकी कोई नाराजगी नहीं है और केंद्र में हम साथ हैं. वहीं चिराग ने जदयू के खिलाफ 143 सीटों पर लोजपा उम्मीदवार उतारने की बात कही है.