Gajendra Singh Shekhawat on Cm Gehlot: राजस्थान की राजनीति में राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद बीते दो दिन से बवाल मचा हुआ है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से हटाए जाने पर मुख्यमंत्री गहलोत पर तंज कसते हए कहा कि राजस्थान में सच बोलने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बर्दाश्त नहीं है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीते दिनों राजस्थान विधानसभा में पारित किए गए बिलों पर तंज कसते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने रोजगार गारंटी बिल पास किया, लेकिन इनकी खुद की गारंटी अब खत्म हो गई है. जिनका खुद का निर्वासन तय हो गया है, वह अब आश्वासन दे रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने बीते दिन जोधपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि साढ़े चार साल पूरे हो गए. पांच साल पूरे होने में तीन-चार महीने शेष हैं और वे रोजगार की गारंटी देने की बात कर रहे हैं. साढ़े चार साल पहले इस तरह का बिल लेकर आते, किसने रोका था. अब कब लेकर आ रहे हैं, जब राजस्थान का बच्चा-बच्चा जानता है कि राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार का जाना तय हो गया है.
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मंत्री शेखावत ने कहा कि जुलाई, अगस्त और सितंबर में राजस्थान में सामान्य रूप से बारिश के दिन होते हैं. जब से मनरेगा शुरू हुआ है. दस साल के आंकड़े उठाकर देख लीजिए. इन तीन महीनों में किसी भी काम के बजट का केवल पांच प्रतिशत खर्च होता है. आप पांच प्रतिशत से गारंटी देकर अपने आप को हंसी का पात्र बना रहे हो.
मंत्री शेखावत ने राजेंद्र सिंह गुढ़ा की बर्खास्तगी पर कहा कि राजस्थान में सच बोलने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री गहलोत को बर्दाश्त नहीं, चाहे वह पार्टी में हो या पार्टी के बाहर. महिलाओं के सम्मान की बात करने वाले व्यक्ति उन्हें पसंद नहीं है, चाहे वह पार्टी में हो या पार्टी के बाहर हो. महिलाओं के असम्मान के विरुद्ध उठने वाली हर आवाज को इसी तरह कुचलने की जो परिपाटी है, मुझे लगता है, उनकी अगली गाज कई विधायकों पर गिरने वाली है, जिन्होंने इस तरह की बात की है. राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत को इस बात का खुलासा करना चाहिए कि राजस्थान में माताओं-बहनों की इज्जत खतरे में है या नहीं. राजस्थान में रोजाना औसत 17 दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं या नहीं, अगर हो रही हैं तो सत्य की बात उठाने वाले व्यक्ति पर उन्होंने इस तरह का दंडात्मक व्यवहार क्यों किया?
मंत्री शेखावत ने कहा कि अगर पार्टी में पार्टी की लाइन से हटकर बोलने की बात होती तो कल की विधानसभा की डिबेट देख लीजिए, कितने विधायकों ने, कितने मंत्री पद का दर्जा प्राप्त व्यक्तियों ने मंत्रियों को भ्रष्टाचार पर सरेआम सदन में घेरने का काम किया. यह पिक एंड चूस की कार्रवाई इस बात को दर्शाती है कि कांग्रेस की सरकार अशोक गहलोत साहब के नेतृत्व में जो काम कर रही है, वह महिलाओं के सम्मान की रक्षा में उठने वाले हर आवाज को इसी तरह कुचलेंगे.
मंत्री शेखावत ने राजेंद्र गुढ़ा को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत के बयान कि यह हमारे घर की बात है, पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके अंदर की बात अब सार्वजनिक हो गई है. अब अंदर कुछ बचा है क्या? राजेंद्र गुढ़ा के बयान पर आलाकमान को खुश करने में राजस्थान सरकार लगी हुई है, पर मैं यह बात साढ़े 4 साल से कह रहा हूं. केवल और केवल एक परिवार को खुश करने के लिए राजस्थान की जनता से पैसा लूटकर अपने आलाकमान की झोली भरने के अलावा राजस्थान की सरकार क्या कर रही है?
मंत्री शेखावत ने दिव्या मदेरणा का नाम लिए बगैर कहा कि मेरी छोटी बहन ने साहस के साथ में आवाज उठाई, मुझे लगता है कि अगली तलवार उसके ऊपर चलने वाली है.