पैसे लेने वाले विधायकों के खिलाफ मुख्यमंत्री करें कार्रवाई या फिर जनता से माफी मांगे -शेखावत

गजेंद्र सिंह शेखावत ने की सचिन पायलट की जमकर तारीफ, साथ ही कम गहलोत पर साधा निशाना, जोधपुर में शेखावत ने कहा- सीएम गहलोत ने जिस तरह से अपने ही विधायकों के खिलाफ बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, पायलट को लेकर बोले शेखावत- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 5 साल मेहनत कर फिर से सत्ता दिलाई कांग्रेस को

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Shekhawat’s big statement regarding Gehlot-Pilot: राजस्थान का सियासी पारा इन दिनों तेजी से बढ़ता जा रहा है. सीएम अशोक गहलोत के मानेसर घटनाक्रम पर कांग्रेस विधायकों सहित केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर दिए बयान व सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा को लेकर इन दिनों सियासी गलियारे गर्म है. केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज सीएम अशोक गहलोत पर जोरदार हमला बोला. मंत्री शेखावत ने कहा कि सीएम गहलोत को अपने विधायकों को पैसा लौटाने जैसा व्यक्तव्य देने के बजाय भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई करनी चाहिए या फिर जनता से माफी मांगनी चाहिए.

मंत्री शेखावत ने आज जोधपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि गत दिनों सीएम अशोक गहलोत ने धौलपुर के एक सरकारी कार्यक्रम में सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले विधायकों से कथित रूप से सरकार गिराने की नीयत से लिया गया पैसा लौटाने की अपील की थी. सीएम गहलोत ने जिस तरह से अपने ही विधायकों के खिलाफ बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मंत्री शेखावत ने कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है.

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मंत्री शेखावत ने कहा कि सीएम गहलोत को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धाराएं 8, 9 और 12 पढ़नी चाहिएं. ये धाराएं कहती हैं कि जिसने पैसा लिया, वह प्रथमदृष्टया दोषी है. सीएम गहलोत जो स्वयं गृह मंत्री भी हैं, उन्हें तुरंत इस बात पर कार्रवाई करनी चाहिए. कानून यह भी कहता है कि यदि किसी को यह पता हो कि उसके मातहत काम करने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो उसे कार्रवाई करनी पड़ेगी, यदि जानते हुए भी वह भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं कर रहा तो वह भी दोषी हैं. सीएम गहलोत को स्पष्ट करना चाहिए कि जब उन्हें पैसे के लेन-देन का पता है तो कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे? यदि उनकी बात का कोई आधार नहीं है तो उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए.

मंत्री शेखावत ने नाथद्वारा में पीएम मोदी के सरकारी कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री के बयान को भी दुर्भाग्यपूण बताया. मंत्री शेखावत ने कहा कि पीएम मोदी ने जो बातें कहीं, वे व्यापक दृष्टिकोण में कही गई थीं. उस बात को लेकर सीएम गहलोत ने जो ट्वीट किया, वह गलत है. इस ट्वीट में सीएम गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी को सरकारी कार्यक्रम में राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए. मेरा कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा महंगाई राहत कैंप जैसे सरकारी आयोजन कराए जा रहे हैं. इसमें सीएम गहलोत स्वयं राजनीतिक भाषण दे रहे हैं.

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मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गई
मंत्री शेखावत ने सीएम गहलोत द्वारा सचिन पायलट के खिलाफ कहे गए शब्दों पर भी तंज कसते हुए कहा कि तथाकथित शानदार पांच साल के शासन के बाद जो पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई थी. उस पार्टी के कार्यकर्ताओं में जिस व्यक्ति ने पूरे प्रदेश में सड़कों पर घूमकर उत्साह का संचार किया. उस व्यक्ति के लिए मुख्यमंत्री के विचार सुनकर के मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गईं. जब उनके अपने पार्टी के नेता के बारे में ही ऐसे विचार हैं तो मेरे और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति क्या भाव होंगे? यह अंदाजा लगाया जा सकता है, क्योंकि हमने उनके पुत्र को उनके ही शहर में हरा दिया. कांग्रेस पार्टी को पूरे देश में सिमेट कर रख दिया.

आकंठ भ्रष्टाचार मेें डूबी है सरकार
मंत्री शेखावत ने कहा कि जनाक्रोश यात्राओं के दौरान जनता से मिलकर यह निष्कर्ष निकला है कि राजस्थान की वर्तमान सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है. स्थानीय विधायकों से लेकर के राज्य सरकार स्तर पर बैठे लोगों के कारनामे अलग-अलग दिन में अलग-अलग प्रकार से दिखाई देते हैं. ऐसी सरकार पर जब हम भ्रष्टाचार का आरोप लगाएं तो कहा जा सकता है कि ये राजनीति से प्रेरित हैं, लेकिन उन्हीं की सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री अपनी गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए पदयात्रा करने को मजबूर हो जाते हैं तो सारी बातें स्वत: ही स्पष्ट हो जाती है.

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