Pilot started his Jan Sangharsh Padyatra: राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट का विवाद अब अलग ही पड़ाव पर पहुंच गया है. सचिन पायलट ने आज से अपने सैकडों समर्थकों के साथ अपनी जन संघर्ष पदयात्रा (Jan Sangharsh Padyatra) की अजमेर से शुरुआत कर दी है. गहलोत सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और पेपर लीक के मुद्दे पर सचिन पायलट अजमेर से जयपुर जन संघर्ष पदयात्रा निकाल रहे है, आज अजमेर से शुरू हुई यात्रा का पहला दिन समाप्त हो गया है. आज की यात्रा में सैकडों की संख्या में समर्थक पायलट के साथ कदमताल करते हुए नजर आए, पायलट की यह पदयात्रा 5 दिन में पूरी होगी. वहीं आज अजमेर से यात्रा शुरू करने से पहले सचिन पायलट ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया जो की चर्चा का विषय रहा. पायलट ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि राजनीति आग का दरिया और उसे तैर कर पार करना होगा, इसके साथ ही पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर इशारों इशारों में जमकर हमला बोला.
यात्रा शुरू करने से पहले सचिन पायलट ट्रेन से अजमेर पहुंचे और फिर वहां आम जनता और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. सचिन पायलट ने इस दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि वसुंधरा जी के कार्यकाल में लगातार भ्रष्टाचार हुआ, उस समय मैंने अध्यक्ष रहते हुए आरोप लगाए थे, जनता को हमने ये आश्वासन दिया कि सत्ता में आएंगे तो दूध का दूध पानी का पानी करेंगे. पायलट ने आगे कहा कि मैंने मौजूदा मुख्यमंत्री को 1.5 साल तक लगातार चिट्ठी लिखी कि वसुंधरा राजे सरकार के समय लगे आरोपी की जांच होनी चाहिए, परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई. पायलट ने अपनी ही सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय में लगातार पेपर लीक हुए. बात युवाओं के भविष्य की है. कौन-कौन लोग इस पेपर लीक के पीछे हैं मैंने ये बात उठाई थी. जांच पूरी हुई नहीं और कहा गया कि कोई अधिकारी कोई नेता इसमें शामिल नहीं है.
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जनसभा को संबोधित करते हुए पायलट ने हेमाराम चौधरी के बारे में बात करते हुए कहा कि हेमराज जी पर आरोप लगाना गलत है, वह इंदिरा गांधी जी के समय से राजनीति में हैं, उन्होंने अपने स्वर्गीय पुत्र की याद में हॉस्टल बनाया. उन्होंने आगे कहा कि अखबारों में कुछ छपे या न छपे, लेकिन जनता सब कुछ जानती है, मुझ पर अपने तो क्या विरोधी भी आरोप नहीं लगा सकते. पायलट ने कहा कि राजनीति आग का दरिया है, उसे तैर कर पार करना पड़ेगा. वहीं पत्रकारों से बातचीत में सचिन पायलट ने कहा कि कोई क्या है कहता है, इससे फर्क नहीं पड़ता, हमने यह यात्रा शुरू करने का फैसला किया है क्योंकि जनता हममें विश्वास करती है. दरअसल आज PCC चीफ डोटासरा ने पायलट कि यात्रा को लेकर कहा कि सचिन पायलट की यह यात्रा कांग्रेस संगठन की नहीं, यह है उनकी निजी यात्रा है जिस यात्रा की कांग्रेस से नहीं ली गई है अनुमति वो यात्रा हमारी नहीं, जिस कार्यक्रम में कांग्रेस के पदाधिकारियों का फ़ोटो नहीं वो कार्यक्रम हमारा नहीं.
आगे पायलट ने 2013 की हार को याद दिलाते हुए कहा कि हम सत्ता में रहते हुए 2013 में 21 सीटों पर आ गए थे, तब पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत से हम सत्ता में आए, मैनें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कहा कि सरकार बने साढ़े तीन साल हो गए. अब उन आरोपों की जांच होनी चाहिए, जो आपने और हमने साल 2018 के चुनावों में लगाए थे. मैंने डेढ़ साल से चिट्ठियां लिखी कोई कार्रवाई नहीं हुई, अब चुनावों में सिर्फ सात महीने बचे हैं.