I.N.D.I.A alliance: जब से बीजेपी को टक्कर देने के लिए विपक्षी एकता गठबंधन बना है, तभी से किसी न किसी बात पर मन मुटाव की खबरें आती रहती है. पहले सीट बंटवारा और बाद में पीएम फेस को लेकर अंदरूनी टकराव यदा कदा सामने आता ही रहता है. गठबंधन की चौथी बैठक के बाद एक बार फिर से टकराव नजर आने लगा था लेकिन अब एक सुखद खबर आ रही है. गठबंधन I.N.D.I.A में अब सुलह होने की फिर से संभावना नजर आने लगी है. राहुल गांधी से बातचीत के बाद नीतीश कुमार ने गठबंधन से किसी तरह नाराजगी की खबरों को खारिज किया है. बिहार सीएम ने कहा कि मुझे पद की लालसा नहीं है. नीतीश पटना में देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
दरअसल, दिल्ली में 19 दिसंबर को गठबंधन की चौथी बैठक में बंगाल सीएम एवं तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने पीएम पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुझाया था. इसके बाद से नीतीश की नाराजगी की बातें सामने आ रही थीं. इस सभी बातों को खारिज करते हुए बिहारी बाबू नीतीश कुमार ने मीडिया के समक्ष कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार को लेकर कहा कि यहां भी सब ठीक है. हम सब मिलकर काम कर रहे हैं. वे किसी बात को लेकर नाराज नहीं हैं. साथ ही यह भी कहा कि हमको गठबंधन से कुछ नहीं चाहिए.
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इससे पहले ममता द्वारा पीएम उम्मीदवार के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुझाने के बाद जदयू पार्टी के नेताओं ने अपनी नाराजगी जताई थी. जदयू के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, ‘आखिर ममता बनर्जी ने दिल्ली बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम क्यों प्रस्तावित किया? यह एकजुटता के बिल्कुल खिलाफ बात है जबकि मुंबई बैठक में तय हुआ था कि नेता के रूप में किसी का नाम आगे नहीं किया जाएगा. वहीं दिल्ली की मीटिंग से एक दिन पहले ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल से मिलने के बाद कहा कि गठबंधन का कोई भी चेहरा नहीं होगा. हम सब सामूहिक रूप से इकट्ठा होकर लड़ेंगे. फिर उन्होंने ऐसा क्यों और कैसे किया? जब सारे लोग इतने बड़े काम में इतनी बड़ी शक्ति से लगे हों तो सबको संगठित होकर पारदर्शी तरीके से काम करना चाहिए.’ इसके बाद नीतीश के गठबंधन से खफा होने की कुछ खबरें सामने आयी थीं.
माना जा रहा है कि नीतीश की नाराजगी दूर करने में राहुल गांधी हैं. पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीतीश कुमार से बात की. सूत्रों के अनुसार दोनों के बीच सीट बंटवारे सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई. जदयू सूत्रों ने बताया, राहुल ने विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश को अहम बताया था. पीएम पद पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया था.
इसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार से मिले थे. दोनों के बीच कई मसलों के साथ विपक्षी गठबंधन में सीट शेयरिंग पर भी बात हुई. बाद में मीडिया से मुखातिब होकर तेजस्वी ने कहा कि हम बहुत मजबूती से एक साथ हैं. मुख्यमंत्री बिल्कुल नाराज नहीं हैं. हमारी भी उनसे कोई नाराजगी नहीं है. ऐसी बातें बेकार हैं. यह उन लोगों की अफवाह है. बता दें कि अगले साल बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने को हैं. फिलहाल नीतीश कुमार की जदयू के साथ राजद और कांग्रेस भी गठबंधन सरकार में है. ऐसे में नीतीश कुमार किसी को भी किसी भी वजह से नाराज नहीं करना चाहेंगे. गठबंधन से भी दूर होना उनके लिए इस समय तो मुनासिब बिलकुल भी नहीं है.