Politalks.News/Punjab. पंजाब कांग्रेस की सियासत पिछले काफी समय से काफी गरम है. कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की तकरार ने अब विकराल रूप ले लिया है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अपने पद से इस्तीफा देने के बाद लगातार सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोले हैं. अमरिंदर सिंह साफ़ कह चुके हैं कि, ‘सिद्धू बॉर्डर प्रदेश पंजाब के लिए खतरा हैं. आगामी चुनाव में सिद्धू के खिलाफ मैं एक मजबूत कैंडिडेट उतरूंगा’. अमरिंदर के इस तरह के बयानों को लेकर सिद्धू ने चुप्पी साध रखी है लेकिन उनके रणनीतिक सलाहकार एवं पूर्व DGP मुहम्मद मुस्तफा ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मुस्तफा ने चुनौती देते हुए कहा कि, ‘कैप्टन मर्जी से किसी भी सीट से लड़ने आ जाएं, उनकी जमानत जब्त करवा देंगे’.
कुर्सी खोने की वजह से अमरिंदर खो चुके अपना मानसिक संतुलन- मुस्तफा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सिद्धू के सलाहकार मुस्तफा ने कहा कि, ‘ऐसा लगता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम की कुर्सी खोने की वजह से अपना मानसिक संतुलन खो दिया है. कैप्टन अपनी तकदीर नहीं बदल सके तो सिद्धू की कैसे बदलेंगे’. बता दें की सीएम पद इस्तीफे के बाद से ही अमरिंदर सिद्धू के खिलाफ मुखर हैं. वह बार-बार कह रहे हैं कि सिद्धू को किसी भी कीमत पर नहीं जीतने देंगे और पंजाब के लिए वह सही आदमी नहीं है.
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आंखों में आंखें डालकर बताएं कि अमरिंदर कांग्रेस में थे कब- मुस्तफा
अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने ने से पहले मुस्तफा ने अपने बयान की शुरुआत और अंत शायरी के साथ किया. मुस्तफा ने अपने बयान की शुरुआत में कहा कि ‘न खंजर उठेगा, न तलवार इनसे, ये बाजू मेरे आजमाए हुए हैं’. वहीं कैप्टन अमरिंदर द्वारा दिए गए बयान, ‘अब मैं कांग्रेस के साथ नहीं हूं’ पर जवाब देते हुए मुस्तफा ने जोरदार तंज किया कि, ‘वह यह सुनकर हैरान हैं कि कैप्टन कांग्रेस छोड़ रहे हैं. मैं तो यह कहता हूं कि अमरिंदर दिल पर हाथ रख और आंखों में आंखें डालकर बताएं कि क्या वे अब तक कांग्रेस के साथ थे’. मुस्तफा ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस तो अमरिंदर पहले ही छोड़ चुके थे. अब तो सिर्फ था चोला और मुखौटा, जो उन्होंने कांग्रेस के नाम का पहना हुआ था उसे उतार रहे हैं. अब तक तो वो इसलिए चुप थे क्योंकि ताकि उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी बरकरार रहे’.
117 सीटों में कोई सी भी सीट चुन लें अमरिंदर हो जाएगी जमानत जब्त- मुस्तफा
कैप्टन अमरिंदर द्वारा हाल ही में देश के गृहमंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात को लेकर भी मुस्तफा ने तंज कसा मुस्तफा ने कहा कि, ‘जिन पार्टियों में अमरिंदर अपना भविष्य तलाश रहे, उनमें पॉलिटिकल पैरासाइट्स और डबल क्रॉस करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है’. वहीं सिद्धू के खिलाफ मजबूत कैंडिडेट उतारने के सवाल पर मुस्तफा ने कहा कि, ‘पंजाब की 117 सीट में से अमरिंदर कोई भी विधानसभा क्षेत्र चुन लें उनकी जमानत जब्त करवा देंगे और अगर ऐसा नहीं हुआ तो राजनीति छोड़ देंगे’. मुस्तफा ने आगे कहा कि, ‘सिद्धू कैप्टन को उनके घर यानी पटियाला में भी हराने को तैयार हैं. मैं तो यह कहता हूं कि अमरिंदर किसी और को बलि का बकरा बनाने की बजाय सिद्धू के खिलाफ खुद मैदान में आएं’.
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आपको बता दें कि मुहम्मद मुस्तफा, अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री बनने के वक़्त DGP के प्रबल दावेदार थे लेकिन सुरेश अरोड़ा को बतौर DGP कार्यकाल पूरा होने के बाद अमरिंदर ने दिनकर गुप्ता को DGP बना दिया. इसके खिलाफ मुस्तफा ने कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी. इसके बाद से ही मुस्तफा अमरिंदर के खिलाफ मुखर रहते हैं. काफी गहमागहमी के बीच जब नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान मिली तो सिद्धू ने मुस्तफा को अपना रणनीतिक सलाहकार बना लिया. मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना पहले अमरिंदर सरकार में और अब चन्नी सरकार में मंत्री हैं. हालांकि कुछ दिन पहले सिद्धू के समर्थन में उन्होंने भी कैबिनेट पद से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल अभी तक इनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया है.