Captain Amarinder Singh can be made the Governor of Maharashtra. हाल ही में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सभी प्रकार की राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्ति देने की अपील ने सभी को चौंका दिया था. ऐसे में अब दिल्ली के सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चा है कि पूर्व दिग्गज कांग्रेसी और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया जा सकता है. बता दें कि पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के चलते कांग्रेस आलाकमान से विवाद के बाद अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर खुद की नई पार्टी का गठन किया था, लेकिन पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान कैप्टन की पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. इसके बाद अमरिंदर सिंह हाल ही में कुछ वक्त पहले ही कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे और कैप्टन ने अपनी पंजाब लोक कांग्रेस नाम की पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया था.
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहे भगत सिंह कोश्यारी ने बीते सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पद छोड़ने की अपनी इच्छा से अवगत कराया है. कोश्यारी ने राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा कि, ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की मुंबई यात्रा के दौरान, मैंने उन्हें सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने और पढ़ने, लिखने और अन्य गतिविधियों में अपना शेष जीवन व्यतीत करने की इच्छा व्यक्त की है. मुझे माननीय प्रधान मंत्री से हमेशा प्यार और स्नेह मिला है और मुझे इस संबंध में भी यही मिलने की उम्मीद है”. इधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह को हाल ही में BJP की 83 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था. ऐसे में अब कोश्यारी की जगह अमरिंदर सिंह को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाने की चर्चाएं जोरों पर हैं.
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आपको बता दें कि उत्तराखंड भाजपा के विरिष्ठ नेता रहे भगत सिंह कोश्यारी साल 2019 में महाराष्ट्र के गवर्नर बने थे. इस पद पर उनका अभी तक का कार्यकाल कई बार विवादों से घिरा रहा है. विपक्षी दलों ने उनके ऊपर महाराष्ट्र का अपमान करने और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने तक के आरोप लगाए हैं. गौरतलब है कि कोश्यारी के शासन संभालने के कुछ दिनों के बाद ही हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार बनाने के लिए चले सियासी नाटक में उनकी भूमिका पर सवाल उठे थे. उस दौरान अचानक अलसुबह देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलाने को लेकर भगत सिंह कोश्यारी पर बीजेपी का पक्ष लेने का आरोप लगा था.
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वहीं हाल ही में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 19 नवंबर 2022 को औरंगाबाद में बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में स्नातक समारोह में भाग लेने के दौरान विवादित बयान देते हुए कहा था कि शिवाजी पुराने युग के आदर्श हैं. मैं नए युग की बात कर रहा हूं, डॉ. भीमराव आंबेडकर से लेकर डॉ. नितिन गडकरी तक, आपको यहां हर कोई मिल जाएगा. कोश्यारी के इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था और उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे सहित सूबे के कई नेताओं ने महाराष्ट्र और छत्रपति शिवाजी का अपमान करने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की थी.