Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान कांग्रेस के सियासी भविष्य को लेकर दिल्ली में बैक-टू-बैक बैठकों का दौर जारी है. आज दिन की शुरूआत ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुलाकात के साथ हुई. सोनिया के आवास पर चली 45 मिनट की इस बैठक पर राजस्थान सहित पूरे देश की नजरें टिकी हुई थीं. बैठक के बाद सचिन पायलट ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘मैंने अपनी बात आलाकमान के सामने रख दी है. मेरा मानना है कि जिन कार्यकर्ताओं ने 5 साल लाठियां खाई-खून पसीना बहाया उनको सम्मान मिलना चाहिए, तभी बात बनेगी यानि परिणाम अच्छे आ सकते हैं’.
सोनिया गांधी से मुलाकात के के दौरान सचिन पायलट ने ये भी कहा कि, ‘अब समय नहीं बचा है हमें ज्यादा मेहनत करनी होगी‘. मीडिया से बातचीत में पायलट ने फिर दोहराया कि पार्टी में जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वो निष्ठा के साथ निभाएंगे. इससे पहले कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. सीएम गहलोत ने भी यही कहा था कि, ‘मैंने अपनी बात आलाकमान को बता दी है अब वो जो फैसला करेंगे मंजूर होगा’. अब यही बात बात आज सचिन पायलट ने दोहराई है. दोनों ही दिग्गजों ने आलाकमान के सामने रख दी है. अब सभी की निगाहें आलाकमान के फैसले पर टिकी है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि आलाकमान राजस्थान को लेकर जल्द कोई बड़ा ऐलान कर सकता है.
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AICC जल्द लेगी उचित निर्णय- पायलट
दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर करीब 45 मिनट चली मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने मीडिया के बातचीत में कहा कि, ‘राजस्थान में यदि कुछ जरूरत है सरकार और संगठन में बदलाव करने की है तो बदलाव होने चाहिए. मुझे उम्मीद है की AICC जल्द उचित निर्णय लेगी‘. पायलट ने कहा कि, ‘मेरा मानना है कि अब 2 साल से कम का समय बचा है. अगले चुनाव के लिए हमें अभी से मेहनत करनी होगी. हम चाहते हैं कि अगला चुनाव हम लोग पूरी मुस्तैदी और पूरी ताकत से लड़े. क्योंकि हमेशा राजस्थान में 5 साल कांग्रेस की सरकार 5 साल भाजपा की सरकार रहने की एक परिपाटी बन गई है, अब हम चाहते हैं कि ये परिपाटी टूटे’.
‘जिन कार्यकर्ताओं ने लाठी खाई उन्हें मिले सम्मान’
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि, ‘इस बार हम चाहते हैं कि बहुत मजबूती से संगठन को तैयार करें. जिन कार्यकर्ताओं ने पिछली भाजपा सरकार के दौरान लाठियां खाई हैं खून पसीना बहाया है उन्हें मान सम्मान मिले. सरकार और संगठन में सबकी भागीदारी हो तो अच्छे परिणाम आ सकते हैं. हमें 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से काम करना होगा. क्योंकि राजस्थान में सरकार रिपीट करना जरूरी है. मुझे लगता है कि सरकार और संगठन मजबूती से काम करेंगे तो अवश्य हम ये कर पाएंगे’
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‘राजस्थान में नहीं है कोई ग्रुप, हम मिलकर कर रहे हैं काम’
सचिन पायलट ने कहा कि, ‘राजस्थान कांग्रेस में कोई ग्रुप नहीं है. हम सब लोग एक है और कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर ही जीत कर आए हैं और यह तेरा-मेरा का समय नहीं है, हम सब मिलकर चल रहे हैं. राजस्थान में कुछ पद खाली है सरकार में उनको भरना है और सरकार में बैलेंस को सेट करना है इसमें कोई तेरे मेरे की बात नहीं है’. पायलट ने कहा कि, ‘सरकार और संगठन में अनुभव, परफॉर्मेंस और रीजनल बैलेंस इन सब को संदर्भ में रखकर पार्टी अपना निर्णय लेगी. मुझे विश्वास है कि सोनिया गांधी जी से आज लंबी मुलाकात हुई. सोनिया गांधी जी सारे मुद्दों को समझ रही है. प्रदेश का पूरा फीडबैक उनके पास जा रहा है और उचित समय पर सही निर्णय लिया जाएगा’.
‘जो जिम्मेदारी मिलेगी निभाउंगा’
AICC में बड़ी जिम्मेदारी के सवाल पर सचिन पायलट ने फिर दोहराया कि, ‘आलाकमान जो भी जिम्मेदारी मुझे देंगी मैं उसे निभाऊंगा, पिछले 20 साल से कांग्रेस आलाकमान ने जो भी जिम्मेदारी मुझे दी मैंने उसे खुशी-खुशी निभाई है. मैंने पार्टी की ओर से दी गई सभी जिम्मेदारियों को निष्ठा के साथ निभाया है’. पायलट ने कहा कि, ‘अब विधानसभा चुनाव में मात्र 23 महीने का समय बचा है. हमारे पास ज्यादा समय नहीं है. हमें अभी से काम शुरू करना होगा’.
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‘देश की जनता भाजपा की नीतियों से परेशान’
भाजपा पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, ‘जनता भाजपा की नीतियों से परेशान है. उपचुनाव ने हमें संकेत दे दिया है. देश की जनता कांग्रेस की ओर देख रही है’. दिल्ली में सोनिया गांधी और पायलट की मुलाकात के बाद अब सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. जानकारों का मानना है कि सीएम गहलोत के बाद अब सचिन पायलट ने भी आलाकमान पर फैसला छोड़ दिया है, ऐसे में अब आलाकमान दोनों के बीच बैलेंसिंग वाला फॉर्मूला निकलेगा, जिससे सभी मिककर 2023 की तैयारियों में जुट सकें. अब सभी निगाहें आलाकमान के फैसले पर टिकी हुई हैं.