Politalks.News/Delhi. दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आम आदमी पार्टी के नेता LG सक्सेना पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लेकर CBI जांच की मांग कर रहे हैं. आप विधायक दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया कि खादी विभाग में पुराने नोटों की अदला बदली के रूप में 1400 करोड़ का घोटाला हुआ है, उन्होंने कहा, ‘इस घोटाले को लेकर सीबीआई में मामला दर्ज हुआ, लेकिन इसमें LG का नाम तक नहीं लिखा गया और न सीबीआई ने रेड की, न FIR में नाम लिखा, लीपा पोती कर दी गई.’ हालांकि LG ने इस मामले पर अपनी सफाई दे दी है और खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया है. तो वहीं शुक्रवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘वी के सक्सेना ने अपने पद का दुरुपयोग किया और एक खादी लाउंज की आंतरिक साजसज्जा का 80 करोड़ का ठेका अपनी बेटी को दिया था.’
यहां आपको बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल का पद संभालने से पहले विनय कुमार सक्सेना खादी विकास एवं ग्राम उद्योग आयोग के चेयरमैन रह चुके हैं, वह इस पद पर 25 अक्टूबर 2015 से लेकर 23 मई 2022 तक रहे. आम आदमी पार्टी ने LG के इस पद रहते हुए 1400 करोड़ रूपये के घोटाले का आरोप लगाया है. इसे लेकर बुधवार को आम आदमी पार्टी ने CBI दफ्तर पहुंच जांच की मांग की थी. लेकिन अब तक CBI की तरफ से कोई कार्रवाई ना होने पर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यही नहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने LG पर अपनी बेटी को 80 करोड़ रूपये का ठेका देने का भी आरोप लगाया. संजय सिंह ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछता हूं कि दिल्ली के लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है? LG पद के लिए कोई अच्छा ईमानदार व्यक्ति नहीं मिला? दिल्ली को दाग़ी LG क्यों दिया? उन्हें हटाना पड़ेगा, उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ेगा.’
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संजय सिंह ने आगे कहा कि, ‘तत्कालीन KVIC के चेयरमैन विनय सक्सेना ने कड़ी एक्ट का दुरुपयोग करते हुए अपनी बेटी शिवांगी सक्सेना को कड़ी लाउन्ज के डिज़ाइन का ज़िम्मा दिया था. जिसका नाम उद्घाटन वाली शिलापट्ट पर भी लिखा हुआ है. मेरा एक सीधा सा सवाल है कि अध्यक्ष रहते हुए कोई अपनी बेटी को इंटीरियर डिजाइनिंग का ठेका कैसे दे सकता है? LG VK सक्सेना ने KVIC Act 1961 का खुला उल्लंघन किया है. अब आम आदमी पार्टी कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. पहले विनय कुमार सक्सेना ने KVIC चेयरमैन रहते हुए काले धन को वाइट किया और फ़िर बेटी को ठेका दिया. ऐसे में अब पीएम मोदी को परिवारवाद पर एक भी शब्द कहने का हक़ नहीं है. वो परिवारवाद के ख़िलाफ़ हैं तो LG को बर्ख़ास्त करें. जल्द ही आम आदमी पार्टी अपने वरिष्ठ वकीलों से सलाह लेकर कोर्ट जाने का फ़ैसला करेगी.’
इसके साथ ही सांसद संजय सिंह ने सूबे के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ हुई CBI की रेड का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘हमने मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ जांच का स्वागत किया. आप को कुछ नहीं मिला लेकिन BJP ने अबतक LG के ख़िलाफ़ कोई केस नहीं किया. LG विनय कुमार सक्सेना की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए? भ्रष्टाचार के मामले को लेकर अगर बीजेपी ने झूठी जांच भी की तो भी हमने तो सवाल नहीं उठाया, लेकिन अब मैं हैरान हूं कि, चीखने-चिल्लाने वाली बीजेपी अब दागी एलजी के खिलाफ कोई जांच क्यों नहीं कर रही है. आखिर बीजेपी इस मामले में क्यों चुप है? क्यों वो एलजी पर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही? जब उन्होंने नोटबंदी में हेराफेरी की तो उनकी जांच क्यों नहीं हो रही कि वो पैसे कहां गए, किसने खाए? मनीष सिसोदिया की इन्होंने 14 घंटे तक जांच की थी. लेकिन एलजी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया.
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वहीं वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने कहा कि, ‘हमारी केंद्र सरकार और BJP से 2 मांगें हैं. पहली तो ये कि उपराज्यपाल VK सक्सेना के भ्रष्टाचार के दोनों मामलों की जांच के आदेश तुरंत दिए जाएं. दूसरी ये कि जब तक जांच जारी है, तब तक इन्हें LG पद से हटाया जाए. तत्कालीन KVIC चेयरमैन VK सक्सेना ने अपने पद का दुरुपयोग कर अपनी बेटी शिवांगी सक्सेना को खादी लाउन्ज के डिज़ाइन का ठेका दिया. जबकि KVIC ACT 1961 कहता है कि, ‘अपने परिवार के व्यक्ति को नौकरी नहीं दे सकते. अगर परिवार का सदस्य किसी फर्म, कंपनी का मेंबर है तो उसे ठेका नहीं दे सकते तो फिर LG ने ऐसा क्यों किया?’