BTP ने फिर बढ़ाई CM गहलोत की चिंता, घोघरा ने व्हिप जारी कर वोटिंग में भाग नहीं लेने के दिए निर्देश

बीटीपी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष डॉ वेलाराम घोघरा ने अपने दोनों विधायकों के लिए जारी किया व्हिप, सागवाड़ा विधायक रामप्रसाद डिंडोर और चौरासी से विधायक राजकुमार रोत को पत्र लिखते हुए घोघरा ने 10 जून को प्रदेश में होने वाले राज्यसभा चुनावों की वोटिंग में दोनों विधायकों को भाग नहीं लेने के दिए निर्देश

घोघरा ने व्हिप जारी कर वोटिंग में भाग नहीं लेने के दिए निर्देश
घोघरा ने व्हिप जारी कर वोटिंग में भाग नहीं लेने के दिए निर्देश

Politalks.News/Rajasthan/Rajyasabha. राजस्थान की 4 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव से 36 घण्टे पहले जोर आजमाइश और दबाव की राजनीति अपने चरम पर आ गई है. हाल ही में एक दिन पहले ही राजनीति के जादूगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ समझौता होने के बाद बीटीपी विधायकों के साथ की तस्वीर साझा की थी. लेकिन आज एक बार फिर बीटीपी ने अपने दोनों विधायकों को चुनाव में भाग नहीं लेने का व्हिप जारी कर दिया है. हालांकि सियासी जानकारों का मानना है कि बीटीपी में पार्टी लाइन से अलग चल रहे इन दोनों विधायकों रामप्रसाद डिंडोर और राजकुमार रोत पर इस व्हिप का कितना असर होगा ये देखने वाली बात होगी. बीटीपी के प्रदेशाध्यक्ष की ओर से जारी व्हिप में कहा गया है कि कुछ प्रकरणों और विकास कार्यों में उन्हें सरकार का सहयोग नहीं मिला.

आपको बता दें, बुधवार देर शाम बीटीपी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष डॉ वेलाराम घोघरा ने अपने दोनों विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है. सागवाड़ा से बीटीपी विधायक रामप्रसाद डिंडोर और चौरासी से विधायक राजकुमार रोत को पत्र लिखते हुए घोघरा ने 10 जून को प्रदेश में होने वाले राज्यसभा चुनावों की वोटिंग में दोनों विधायकों को भाग नहीं लेने के निर्देश जारी किए हैं. वहीं दोनों विधायकों को व्हिप पर तटस्थ रहने के लिए भी कहा गया है. बीटीपी प्रदेशाध्यक्ष घोघरा ने कहा कि विधानसभा चुनावों में मतदाताओं ने बीटीपी को वोट देकर इतिहास रचा है. क्षेत्र की मांगों को विधानसभा में भी जोरदार तरीके से रखा है.

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घोघरा में आगे कहा कि कांग्रेस के संकट के समय भी बीटीपी ने सहयोग किया है. महाराष्ट्र पैटर्न लागू करने, 14 अप्रैल, 2019 को राज्यपाल, मुख्यमंत्री को 32 सूत्री मांग पत्र दिया है. 18 जुलाई, 2020 को फिर से 17 सूत्री मांगों से अवगत करवाया. 2 अक्टूबर, 2020 शिक्षक भर्ती, 2018 कांकरी डूंगरी प्रकरण पर उच्च स्तरीय जांच के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखे. इस प्रकरण को लेकर एसआईटी गठन की मांग भी रखी. कांकरी डूंगरी हिंसा में दर्ज केस वापस लेने की मांग भी सरकार के सामने रखी, लेकिन सरकार की ओर से इन मांगों पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया. इस वजह से बीटीपी ने दोनों ही विधायकों से राज्यसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का व्हिप जारी किया है.

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