अयोध्या से ‘ब्राह्मण शस्त्र’ के साथ बसपा ने किया यूपी मिशन-2022 का आगाज, मिश्र ने साधे कई निशाने

बसपा महासचिव सतीश मिश्र ने पूजा पाठ के बाद भगवान श्रीराम, हनुमान और ब्राह्मणों से 'आशीर्वाद' लेकर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की भरी हुंकार, कानून व्यवस्था में सुधार के नाम पर फर्जी मुठभेड़ों में उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा ब्राह्मणों का किया जा रहा खुलेआम सफाया

'ब्राह्मण शस्त्र' के साथ बसपा ने किया यूपी मिशन-2022
'ब्राह्मण शस्त्र' के साथ बसपा ने किया यूपी मिशन-2022

Politalks.News/UttarPradesh. प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ने उत्तरप्रदेश का मिशन-2022 फतह करने के लिए अपने एजेंडे का आज सियासी आगाज कर दिया है. इस जंग को जीतने के लिए बसपा ने एक बार फिर ब्राह्मण शस्त्र को अपना प्रमुख हथियार बनाने की तैयारी कर ली है, जिसके साथ अब पार्टी ने धर्म को भी जोड़ लिया है. बसपा ने इसकी शुरुआत भी राम नगरी अयोध्या से ब्राह्मणों के साथ की है. मतलब साफ है ब्राह्मणों के सहारे एक बार फिर से मायावती ने सत्ता के सिंहासन पर काबिज होने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में बसपा ने भगवान श्रीराम, हनुमान और ब्राह्मणों से ‘आशीर्वाद‘ लेकर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की हुंकार भर दी है.

शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी ने श्री राम की धरती अयोध्या से चुनावी आगाज के साथ कई निशाने साधे. बता दें कि ब्राह्मणों को साथ लाने के लिए मायावती ने शुक्रवार से यूपी में ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत कर दी है. पहले चरण में 23 से 29 जुलाई तक यूपी के 6 जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन किए जाएंगे. गौरतलब है कि बसपा उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में इस तरह के सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रही है. इस तरह 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर सोशल इंजीनियरिंग का दांव चला है.

यह भी पढ़ें: बस एक फोन कॉल….और बन गई बात! पंजाब के कैप्टन की मौजूदगी में सिद्धू बने कांग्रेस के ‘कप्तान’

ब्राह्मण सम्मेलन में अयोध्या पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र आज पूरी तरह से ‘आक्रामक मूड‘ में दिखाई दिए. 2022 की लड़ाई में बीएसपी को लगता है कि वर्तमान योगी सरकार से जिस तरह ब्राह्मणों में नाराजगी है उसका फायदा उठाया जा सकता है. अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर में बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्र ने पूजा पाठ के बाद वादा किया कि अगर बीएसपी की सरकार बनी तो राम का भव्य मंदिर बनाया जाएगा. सतीश चंद्र ने प्राचीन जगन्नाथ मंदिर में पीठाधीश्वर राघव दास से आशीर्वाद भी लिया. इस दौरान मिश्र ने कहा कि हम ब्राह्मण लोग हैं और हर सुबह उठकर भगवान राम की पूजा करते रहे हैं. राम सबके हैं और हम भी उनकी पूजा के लिए ही यहां पहुंचे हैं, राम के नाम पर हम राजनीति नहीं करते हैं‘.

योगी राज में ब्राह्मणों का फर्जी मुठभेड़ में हुआ एनकाउंटर
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मिश्र ने आज सीधे तौर पर योगी सरकार को चुनौती दी. सतीश चंद्र ने कहा कि दलितों और ब्राह्मणों को इस सरकार में चिन्हित किया गया है. जिस तरह से ‘एनकाउंटर‘ में ब्राह्मणों को मारा गया है उसका बदला लेने का वक्त आ गया है. अयोध्या में ब्राह्मण सम्मेलन में बीएसपी के कद्दावर नेता सतीश चंद्र मिश्र ने कुछ खास बातें कहीं जिसमें 400 ब्राह्मणों के एनकाउंटर का जिक्र भी किया. मिश्र ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार के नाम पर फर्जी मुठभेड़ों में पुलिस द्वारा ब्राह्मणों को खुलेआम सफाया किया जा रहा है. बसपा सरकार में ऐसा कभी नहीं हुआ. राम नगरी में सतीश चंद्र ने कहा कि यहां आज जैसे शंखनाद कर शुरुआत हुई है, अगर ब्राह्मण साथ आया तो हमारी सरकार बनेगी, हमारी सरकार बनेगी तो राम का भव्य मंदिर हमारी सरकार में बनेगा.

यह भी पढ़ें- आमागढ़ विवाद पर बोले आदिवासी विधायक मीणा- हम नहीं हैं हिन्दू, RSS मिटाना चाहता है हमारी पहचान

सतीश मिश्र ने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव में बसपा अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी, वह गठबंधन करेगी जरूर लेकिन जनता से और सर्व समाज से गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी. इस दौरान मिश्र ने बताया कि अयोध्या, अंबेडकर नगर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर में ब्राह्मण सम्मेलन के पहले चरण के बाद हम चित्रकूट धाम, मथुरा और मिर्जापुर में विंध्यवासिनी मंदिर भी जाएंगे. आखिर में पार्टी महासचिव सतीश चंद्र ने जय श्री राम, जय परशुराम और जय भीम के नारे के साथ अपने उदघोष का समापन किया. इस दौरान उनके साथ पार्टी के कई ब्राह्मण नेता मौजूद थे. गौरतलब है कि पिछले दिनों बसपा प्रमुख मायावती ने पूरे यूपी में ब्राह्मण सम्मेलन करने का एलान किया था. हालांकि अब इस ब्राह्मण सम्मेलन का नाम बदलकर ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी‘ कर दिया गया है.

Google search engine