पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को होने वाले चुनाव के लिए पिछले सप्ताह भर से जारी जबरदस्त सियासत अब अपने चरम पर है. प्रदेश भाजपा के नेता कल तक जहां कांग्रेस की ओर की गई कांग्रेस व कांग्रेस समर्थित विधायकों की बाडाबंदी को लेकर सवाल उठा रहे थे. वहीं बीते दिन मंगलवार को बीजेपी के सभी विधायकों की प्रक्षिक्षण शिविर के बहाने जयपुर के सीतापुरा स्थित एक पांच सितारा होटल में बाडाबंदी कर दी गई है. बीजेपी विधायकों की बाडाबंदी को लेकर गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर जो भाजपा नेता कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों पर बाडेबंदी के आरोप लगा रहे थे वह स्वयं अपनी आंतरिक फूट को रोकने के लिए टोंक रोड के फाइव स्टार होटल के बाडे में बंद हो गए है. अब भाजपा के सामने बड़ी दिक्कत आ गई है क्योंकि राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत दो उम्मीदवार होने के कारण भाजपा विधायक यह तय नहीं कर पा रहे कि किस उम्मीदवार को जिताएं और किसे हराएं.
मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि कल तक जो भाजपा कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को तोड़ने की कोशिश में लगी थी आज उसे अपने ही विधायकों को अनुशासन में बांधे रखने के लिए बाडेबंदी के लिए मजबूर होना पड़ा. भाजपा यदि दो उम्मीदवार खड़े नहीं करती तो आज उसे इस बाडेबंदी की जरूरत नहीं पड़ती. राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा की शुरू से ही नियत खराब है इसलिए एक उम्मीदवार की जीत के वोट होने के बावजूद दो उम्मीदवार खड़े करके विधायकों की तोड़फोड़ करने की कोशिश की. कांग्रेस पार्टी की एकता ने भाजपा के सारे षड्यंत्र विफल कर दिए अब भाजपा को अपने अधिकृत उम्मीदवार राजेंद्र गहलोत को जिताने में दिक्कत खड़ी हो गई है.
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मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने आगे कहा कि भाजपा की नीति और नियत शुरू से ही झूठ फरेब और धोखे की रही है, इसलिए भाजपा नेता कोरोना संकट के समय में भी गलत राजनीति से बाज नहीं आ रहे. लेकिन राजस्थान की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस पार्टी के साथ है इसलिए भाजपा के सभी मंसूबों पर पानी फिर गया है.