पाॅलिटाॅक्स ब्यूरो. सदन में सत्ता और विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस और भाजपा की लडाई से अब काॅलेज के परिसर भी सुरक्षित नहीं रहे हैं. बीजेपी-कांग्रेस की राजनीति में रंगे छात्रसंघों की पैंतरेबाजी एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकटी है. खासतौर से तब, जब मौका छात्रसंघ कार्यालयों में उदघाटन का हो और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख विपक्षी यानी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां (Satish Poonia) हों और उनके सामने कॉलेज प्रशासन किसी कांग्रेस कार्यकर्ता की भूमिका में हो, तो यह जानना दिलचस्प हो जाता है कि सत्ता के हाथ से जाने का स्वाद कैसा होता है. राजस्थान में भाजपा राज गया और कांग्रेस राज आया तो सारी तस्वीर ही बदल गई.
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