‘हनुमान बेनीवाल का मानसिक संतुलन ठीक नहीं..’ ये क्या बोल गयी बीजेपी नेत्री

एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल, उल्टे-सीधे बयान देकर टीआरपी बटोरने का आरोप

jyoti mirdha on hanuman beniwal
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‘हनुमान बेनीवाल की स्थिति अभी ठीक नहीं है. पत्नी के चुनाव हारने के बाद नागौर के सांसद अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं. उनका मानसिक संतुलन सही नहीं है. हर बात पर यह कहते हैं कि मैंने लड़ना सिखाया है, मैंने लड़ना सिखाया है…’ यह कहना है बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा का, जिन्होंने एसआई भर्ती को लेकर प्रदर्शन कर रहे नागौर सांसद एवं रालोपा प्रमुख पर निशाना साधा है. मिर्धा ने ये भी कहा कि बेनीवाल उल्टे-सीधे बयान देकर टीआरपी बटोरने में लगे रहते हैं.

हनुमान बेनीवाल द्वारा एसआई भर्ती मामले में दिए जा रहे धरने को लेकर ज्योति मिर्धा ने कहा कि इसी बात की पुष्टी तो नहीं है, लेकिन सूचना है कि उन्हें कहीं से ऐसी सूचना या जानकारी किसी ने दी होगी कि भर्ती तो रद्द होने वाली है. इन्होंने (हनुमान बेनीवाल) सोचा पड़ा धन है, जाइए उसे लूट लीजिए. इस चक्कर में धरना दे दिया और सोचे की भर्ती रद्द होगी, तो इसका क्रेडिट मुझे मिल जाएगा, लेकिन उनके धरने पर लोग ही नहीं आ रहे हैं.

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ज्योति मिर्धा ने ने हनुमान बेनीवाल द्वारा विवादित बयानबाजी पर तंज कसते हुए कहा कि बेनीवाल को इतिहास सही ढंग से पढ़ना चाहिए. बेनीवाल का सिर्फ एक ही काम बचा है. उल्टे-सीधे बयान दो, किसी को टारगेट करो. उनकी तो टीआरपी ही ऐसे ही चलती है. मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल अब परिवार तक सीमित रह गए हैं. पहले लाखों की भीड़ होती थी, अब अकेले हैं. लोग सेल्फी तक लेने से डरते हैं. मुझे और मेरे पति को भी टारगेट किया था, लेकिन अब बच्चे भी धरना स्थल पर जाकर भाषण दे रहे हैं. उनको स्कूल भेजो, धरने पर नहीं.

बता दें कि RPSC के पुनर्गठन और धांधली एवं भ्रष्टाचार के चलते एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द कराने की मांग पर हनुमान बेनीवाल कई दिनों से जयपुर के  शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सैंकड़ों की संख्या में उनके साथ युवा भी इस प्रदर्शन में शामिल हैं. हाल में उन्होंने जूनियर टेक्निकल असिस्टेंट (JTA) भर्ती परीक्षा-2024 में ओआरएम सीट पर परीक्षार्थी एवं वीक्षक के हस्ताक्षर न होने की बात उठाई थी और इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग भी उठाई थी.

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