Gujarat Assembly Election Amit Shah: गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चूका है. 1 दिसंबर को जहां पहले चरण तो वहीं 5 दिसंबर को दूसरे चरण के लिए मतदान होने हैं. वहीं हिमाचल विधानसभा चुनाव के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव के 8 दिसंबर को नतीजे सामने आएंगे. ऐसे में सभी सियासी दल अब अपने अपने तरीके से चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. भारतीय जनता पार्टी जहां अपने चिर परिचित अंदाज में लगातार चुनावी सभाओं के साथ चुनावी तैयारियों में जुटी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को ABP न्यूज़ से केंद्रीय गृहमंत्री एवं बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की और विपक्षी दलों पर जमकर निशाने भी साधे. अमित शाह ने कहा कि, ‘भारतीय जनता पार्टी इस विधानसभा चुनाव में खुद के सारे रिकॉर्ड तोडकर प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएगी.’ इस दौरान उन्होंने साफ़ कहा कि, ‘गुजरात में कभी भी तीसरे पक्ष का स्थान नहीं रहा है. आम आदमी पार्टी की मिठाई बेचने की प्रकृति है.’
हिमचाल प्रदेश के बाद अब गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी एलान हो चूका है. हिमाचल प्रदेश में एक चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा जबकि गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे. चुनावों से पहले सभी सियासी दल अपनी अपनी जीत का दम भर रहे हैं. ऐसे में दो राज्यों की चुनावी उठापठक के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मीडिया समूह ABP से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. इसी खास बातचीत के कुछ मुख्य अंश पॉलिटॉक्स आपके साथ साझा कर रहा है. दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के जीत के दावे से जुड़े सवाल पर अमित शाह ने कहा कि, ‘अभी गुजरात और हिमाचल में जिस तरह का राजनीतिक माहौल है, भारतीय जनता पार्टी की तरफ जो झूकाव है, जनता का उत्साह साफ़ दिख रहा है. ये सब देखते हुए निश्चित है कि भारतीय जनता पार्टी खुद के सारे रिकॉर्ड तोडकर प्रचंड बहुमत के साथ फिर से एक बार सरकार बनाएगी.’
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इस दौरान जब अमित शाह से गुजरात सरकार द्वारा हाल ही में कॉमन सिविल कोड लागू करने करने के लिए किये गए कमेटी का गठन पर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाए जाने वाले प्रश्न पर कहा कि, ‘कॉमन सिविल कोड जनसंघ की स्थापना से हमारे एजेन्डे का पार्ट है. कॉमन सिविल कोड भारतीय जनता पार्टी का देश की जनता को आईडियोलॉजिकल कमिटमेंट है और कॉमन सिविल कोड होना चाहिए. उस समय आप पार्टी तो थी नहीं, लेकिन कांग्रेस का विरोध भी नया नहीं है. हिंदू कोड बिल जवाहरलाल नेहरू ही लेकर आये थे और कॉमन सिविल कोड का आज तक कांग्रेस ने विरोध ही किया है, क्योंकि कांग्रेस ने आज तक तुष्टिकरण की राजनीति की है. आर्टिकल 14 और आर्टिकल 15 दोनों स्पष्ट हैं कि किसी भी व्यक्ति को समान रूप से ट्रीटमेंट मिलनी चाहिए. धर्म के आधार पर किसी को स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिलनी चाहिए. किसी के साथ अन्याय भी नहीं होना चाहिए.’
वहीं गुजरात में हुए मुख्यमंत्री परिवर्तन से जुड़े सवाल पर अमित शाह ने कहा कि, ‘देखिये नरेंद्र भाई के जाने के बाद आनंदीबेन आईं. आनंदीबेन हमारी पार्टी पॉलिसी के मुताबिक 75 साल के होने तक शासन पर रहीं. विजयभाई आये उन्होंने 5 साल शासन के खत्म किये. भूपेन्द्रभाई आये और उनके नेतृत्व में हम चुनाव लड़ रहे हैं, इसमें बदलाव क्या किया. कांग्रेस के शासन में 1965 से लेकर इंदिरा गांधी के जिंदा रहने तक तक 2 वर्ष और 1 महीने का मुख्यमंत्री रहता था. ये सवाल आपको कांग्रेस से पूछना चाहिए. भूपेंद्रभाई के नेतृत्व में चुनाव हो रहे हैं. भूपेंद्रभाई पटेल के नाम पर ही मेंडेंट मांगना है. उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ रही है. उनको ही गुजरात की जनता मुहर मारेगी. इसमें परिवर्तन की बात ही क्या है.’
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इस दौरान आम आदमी पार्टी पर तंज कस्ते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘आम आदमी पार्टी पिछली बार भी चुनाव में थी लेकिन हुआ कुछ नहीं. मिठाई बांटना उनकी प्रवर्ति है. जो लोग ये कहते हैं कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला है वो गलत है. मैं नहीं मानता कि गुजरात में कभी भी तीसरे पक्ष का स्थान रहा है. मेरी समझ के मुताबिक मेरे आने के बाद तो मेने पॉलिटिक्स में देखा नहीं है.’ वहीं युवाओं के भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने और अमित शाह द्वारा उन्हें राजनीति के गुर सिखाने से जुड़े सवाल पर अमित शाह ने कहा कि, ‘युवा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हों, बाकी सब भारतीय जनता पार्टी सिखा देगी. ये अमित शाह को सिखाने की जरूरत नहीं है. भारतीय जनता पार्टी देश की राजनीति के अंदर राजनैतिक सूचिता, निष्ठावान राजनीति, पारदर्शीय राजनीति, विकासलक्षी राजनीति की पाठशाला है. बीजेपी में युवा जोड़े और भारतीय जनता पार्टी में जुड़कर देश की सेवा करने का अवसर लें, बाकी सब भारतीय जनता पार्टी शिविरों के अंदर सिखा देगी.