Politalks.News/Rajasthan. कृषि कानूनों पर आगे की रणनीति तय करने के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने शनिवार को जयपुर में पार्टी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान के आवास पर एक अहम बैठक बुलाई है. सांसद बेनीवाल ने बताया कि आरएलपी पार्टी किसानों आंदोलन के पक्ष में किसानों के साथ खड़ी है. 19 दिसम्बर शनिवार दोपहर 12:30 बजे जयपुर में जालूपुरा स्थित आवास संख्या बी-7 में आरएलपी पार्टी की आपात बैठक रखी गई है. उक्त बैठक में किसान आंदोलन के पक्ष में रणनीति व रूपरेखा बनाने हेतु चर्चा की जाएगी.
सीएम गहलोत और पूर्व सीएम राजे का हो नार्को टेस्ट
इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमन्त्री वसुंधरा राजे पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “राजस्थान के सीएम गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नार्को टेस्ट होना चाहिए, क्योंकि विगत 22 वर्षों से इन दोनों के आपसी गठजोड़ से जनता त्रस्त है. दोनों ने एक दूसरे के भ्र्ष्टाचार पर पर्दा डाला है. गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ की सच्चाई जनहित में मजबूती से सामने आना आवश्यक है क्योंकि दोनों ने करोड़ो के राजकोष को हानि पहुंचाई है. इसलिए मैं पीएम नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से इन दोनों के नार्को टेस्ट की मांग करता हूं.”
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वसुंधरा राजे कांग्रेस पर बयानबाजी नहीं करती
सांसद बेनीवाल यहीं नहीं रुके, बेनीवाल ने आगे कहा कि, “2 वर्षों से प्रदेश में अपराध चरम पर है, महिला अपराधों से राजस्थान को कई बार शर्मसार होना पड़ा है, उसके बावजुद वसुंधरा राजे का कोई बयान तक नही आया और कांग्रेस की तरफ से जब भी प्रदेश भाजपा पर आरोप लगे तब राजे अक्सर चुप ही नजर आई. यह बातें राजे-गहलोत के गठजोड़ की कहानी को बयां करती है और राज्य सरकार के 2 वर्षों बाद राजे का बयान आना महज औपचारिकता प्रतीत होती है.”
गहलोत और राजे ने कांग्रेस-बीजेपी के बंटाधार की ले रखी है सुपारी
हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा, “राजस्थान में खान घोटाले, माथुर आयोग बनाकर लीपापोती करना, एकल पट्टा प्रकरण, बजरी व परिवहन घोटाला, फन किंगडम स्कैम सहित ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमे गहलोत-वसुंधरा ने एक दूसरे की मदद करके एक दूसरे को कानूनी कार्यवाही से बचाया. हाल ही में राजस्थान में जब कोंग्रेस पार्टी की आपसी लड़ाई से सियासी संकट आया उसमें श्रीमती राजे ने भाजपा का पक्ष लेने की बजाय गहलोत सरकार को बचाने में पूरी मदद की व उनके सियासी सिपाही उस समय अक्सर गहलोत जी के आवास पर नजर आते थे. इन सभी तथ्यों से यह भी प्रतीत हो रहा है कि श्री अशोक गहलोत व श्रीमती वसुंधरा राजे दोनों फौजमार कप्तान है व दोनों ने कोंग्रेस व भाजपा का बंटाधार करने की सुपारी ले रखी है.”
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देश में चाहे कोई संकट आया हो अन्नदाता हमेशा खड़ा रहा
इसके साथ रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, “देश मे चाहे कोई भी संकट आया हो या हाल ही के कोरोना के संकट काल की बात करे, देश के अन्नदाता ने विपरीत हालात में भी जनता का पेट भरा. परन्तु यह दुःखद है की 3 सप्ताह से अधिक समय हो गया और कड़कड़ाती ठंड व कोरोना महामारी के मध्य अन्नदाता सड़को पर बैठा है.” सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि, “देश के अन्नदाता के हित मे उक्त 3 बिलों को वापिस लेने की जरूरत है. इस किसान आंदोलन में सिंघू नाके पर कल संत राम सिंह जी सिंगड़े वाले ने किसानों की व्यथा को देखते हुए आत्महत्या कर ली और एक दर्जन आंदोलनकारी किसान सर्दी व अन्य कारणों से अपनी जान गंवा चुके है.”
सांसद हनुमान बेनीवाल ने बताया कि कल जयपुर में होने वाली पार्टी की बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक गण, प्रदेश टीम के पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य,पार्टी के युवा मोर्चा, महिला मोर्चा व अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तथा पदाधिकारी व सभी जिला अध्यक्ष आवश्यक रूप से भाग लेंगे.