चुनावी माहौल में एक नया रंग देने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खाने का निमंत्रण दिया है. उन्होंने पीएम मोदी को अपने हाथ से खाना बनाकर खिलाने की पेशकश की है. इस पर बीजेपी के नेता भड़क गए हैं. बीजेपी ने कहा कि ममता सनातनी हिंदुओं का अपमान कर रही हैं. बीजेपी ने इशारों इशारों में ममता दीदी पर पीएम मोदी के धर्मनिरपेक्षता खत्म करने का आरोप लगाया है.
ममता के बयान पर बीजेपी नेताओं ने उनकी आलोचना की. बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘ममता बनर्जी प्रधानमंत्री मोदी को अपने हाथ की बनी मछली और चावल खिलाना चाहती हैं. प्रस्ताव अच्छा है लेकिन उससे पहले वह अपने लेफ्टिनेंट फिरहाद हकीम (कोलकाता के मेयर) को पोर्क चॉप क्यों नहीं खिलातीं?’
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रॉय ने कहा कि इससे तीन मकसद पूरे होंगे. पहला, धर्मनिरपेक्षता पर जोर दिया जाएगा. यह मैसेज जाएगा कि चैरिटी की शुरुआत घर से होती है और पकवान की भी प्रशंसा की जाएगी. वहीं बीजेपी नेता संकुदेब पांडा ने कहा कि ये जानते हुए कि पीएम मोदी शुद्ध शाकाहारी हैं, ममता ने उन्हें जानबूझकर आमंत्रित किया है. यह और कुछ नहीं बल्कि पीएम को फंसाने की उनकी चाल है. एक तरफ वह जानती हैं कि पीएम कभी मछली या कोई नॉनवेज नहीं खाएंगे.
ममता ने ये कहा था
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हाथ से खाना बनाकर खिलाने की पेशकश की है. ममता ने कहा कि मैं पीएम मोदी को उनकी पसंद का खाना खिलाऊंगी. लेकिन क्या वो मेरे हाथों से बना खाएंगे. क्या मोदी मुझ पर भरोसा करेंगे. ममता ने आगे कहा कि ये देश सबका है. यहां अलग-अलग भाषाएं, विचार और पसंद हैं. किसी को बिरयानी पसंद है, तो किसी को लौकी. मोदी जी आइए. मैं आपके लिए कुछ खास बनाऊंगी. अपने हाथों से बनाऊंगी. क्या आप खाएंगे.