महाराष्ट्र के मंत्री ने एक समारोह के दौरान पुलिस को ऐसा आदेश दे दिया जिसके चलते अब मंत्री महोदय की जान आफत में आ रही है. उन्होंने पुलिस को लाठीचार्ज का निर्देश देते हुए लोगों को कुत्ते की तरह मारने का आदेश दिया. उन्होंने पुलिस से कहा कि लोगों को कुत्तों की तरह मारो, इतना लाठीचार्ज करो कि उनकी कमर टूट जाए. एक डांस शो के दौरान उन्होंने यह आदेश महाराष्ट्र की पुलिस को दिया था. यह मंत्री महोदय हैं अब्दुल सत्तार, जो महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मंत्री हैं. अब्दुल सत्तार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना के विधायक हैं. वे छत्रपति संभाजीनगर में सिल्लोड विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
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इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके बाद से ही मंत्री महोदय की किरकिरी हो रही है. इस पर विधानसभा में विपक्ष के नेता ने उन्हें आड़े हाथ लिया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘महागठबंधन सरकार की संस्कृति एक ही भाषा है. महागठबंधन सरकार का असली चेहरा खुद लोगों के सामने लाने के लिए मंत्री अब्दुल सत्तार को धन्यवाद. क्या सत्तार पुलिस को अपने गिरोह का गुंडा मानते हैं?’
खुद के जन्मदिन समारोह का था मौका
दरअसल, मंत्री अब्दुल सत्तार के जन्मदिन के मौके पर संभाजी नगर के सिल्लोड में डांसर गौतमी पाटील का डांस शो आयोजित किया गया था. इस दौरान वहां मौजूद भीड़ में से कुछ युवा उत्तेजित होकर हंगामा करने लगे. आयोजकों ने उन्हें शांत होने को कहा.. पर युवक नहीं माने. इसके बाद मंत्री महोदय को गुस्सा आ गया. पहले तो उन्होंने भीड़ को गालियां देनी शुरू कीं और उसके बाद वहां मौजूद पुलिस को उत्पाती युवकों पर सीधे लाठीचार्ज करने का आदेश दिया. उन्होंने पुलिस से कहा कि एक हजार पुलिसकर्मियों को 50 हजार लोगों को मारने में क्या परेशानी है. उन्हें मारो और जेल में डाल दो. उन्हें कुत्ते की तरह मारो कि उनकी कमर टूट जाए.
हर घड़ी गर्मा रही है महाराष्ट्र की राजनीति
गौरतलब है कि बीते साल हर पल हर घड़ी महाराष्ट्र की राजनीति करवट बदल रही है और गर्मा रही है. पिछले साल ही एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि कार्यकर्ताओं के कहने पर वापिस भी ले लिया. इसके बाद उनके भतीजे अजित पवार पार्टी छोड़ एकनाथ के नेतृत्व वाली सरकार से जा मिले और डिप्टी सीएम बन गए. बाद में पार्टी के सिंबल पर भी दावा ठोक दिया जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है. अभी हाल में NCP (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड के भगवान राम को मांसाहारी कहने पर विवाद बढ़ने बढ़ गया था. हालांकि उन्होंने बाद में माफी मांग ली. बीते दिनों अजित पवार की मां के अजित पवार को सीएम बनते देखने की इच्छा से प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गयी. अजित की मां आशा ने मीडिया के सामने कहा कि अब मेरा आखिरी समय ही है, इसलिए लगता है मेरे जिंदा रहते मेरा बेटा मुख्यमंत्री बने. उन्होंने कहा कि लोग अजित से प्यार करते हैं.