पॉलिटॉक्स न्यूज. पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान और ‘लोकल के लिए वोकल’ बनने जैसी बातों का योग गुरू बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने स्वागत किया है. साथ ही देश में सुरक्षा बलों की कैंटीन में केवल स्वदेशी लागू करने को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए योग गुरू ने गृहमंत्री अमित शाह, पीएम मोदी और केंद्र सरकार का अभिनंदन किया है. उनके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए का आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पैकेज की घोषणा करके आर्थिक समृद्धि के अभियान को एक नई गति प्रदान की है. रामदेव बाबा ने कहा कि आत्मनिर्भरता एक चुनौतीपूर्ण संकल्प है लेकिन मैं एक लाख करोड़ का योगदान देकर जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं. पतंजलि प्रमुख (Patanjali) ने दावा किया कि भारत निकट भविष्य में आर्थिक और आध्यात्मिक शक्ति बनेगा.
बाबा रामदेव ने कहा, ‘ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर कोका कोला, पेप्सी सहित अन्य विदेशी कंपनियों ने देश का एक हजार करोड़ रुपया लूटा है. ये हमारे पैसे लेकर गए हैं और आज भी करीब 50 से 100 लाख करोड़ के आर्थिक व्यवस्था पर इन्ही विदेशी कंपनियों पर एकाधिकार है. स्वदेशी से वो एकाधिकार खत्म होगा और स्वदेशी का स्वर पूरे राष्ट्र में गुंजायमान होगा. दूसरी ओर, अमेरिका, यूके, जर्मनी जैसे देश अपने बूते आगे बढ़े हैं. इन देशों ने पूरी दुनिया में कामयाबी के कीर्तिमान बनाए तो भारत लोकल से ग्लोबल क्यों नहीं हो सकता. हम इस संकल्प में कामयाब जरूर होंगे फिर चाहे जितनी भी मेहनत करनी पड़े. मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं. मैं इसमें एक लाख करोड़ का योगदान करने के लिए तैयार हूं. अब तो सरकार ने भी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिए हैं.’
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बाबा ने कहा कि स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत अभियान के बाद जो पैसा हम इंपोर्ट में दे रहे हैं, उसे एक्सपोर्ट करने की कंडीशन में आ जाएंगे. हालांकि योग गुरू ने ये भी कहा कि देश को अभी बहुत सारे सेक्टर में काम करना है. साथ ही आव्हान किया कि अगर आज सारी दुनिया का चीन से मोहभंग हो रहा तो आखिर सारी दुनिया भारत में आकर निवेश करे. बाबा रामदेव ने पीएम की स्वदेशी पहल पर कहा कि इसी स्वदेशी के मंत्र को लेकर हम आगे बढ़े थे. अब फकीर के स्वर में वजीर के स्वर मिलने से मुझे खुशी हो रही है.
बाबा रामदेव ने कहा कि लोकल को ग्लोबल एवं लोकल के लिए वोकल होने के लिए पीएम मोदी ने जो प्रेरणा दी है, उससे देश में स्वदेशी के आंदोलन को एक बहुत बड़ा गौरव मिला है. इस स्वदेशी की क्रांति को सबसे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने देश में सुरक्षा बलों की कैंटीन में लागू करके एक ऐतिहासिक फैसला किया है. बाबा ने कहा कि अब हम सभी भारतीय प्रतिबद्ध होकर स्वदेशी बनाएंगे, बेचेंगे, खरीदेंगे व अपने व्यक्तिगत जीवन में स्वदेशी का पालन करने का संकल्प लेंगे.
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स्वामी रामदेव ने कहा कि हम आशान्वित हैं कि भारत इस स्वदेशी से आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलकर एक से डेढ़ दशक में पूरे विश्व के बीच में आर्थिक महाशक्ति बनकर उभरेगा. योग गुरू ने सरकार से अपील की कि अलग-अलग मंत्रालयों व अलग-अलग विभागों में भी स्वदेशी नीति लागू करके इस संकल्प को गति व वरीयता प्रदान करे.
गौरतलब है कि पतंजलि ने पूरे देश में स्वदेशी का एक आदर्श मॉडल व सफल कीर्तिमान स्थापित किया है. स्वदेशी की विचारधारा जो विचारों में और पुस्तकों में होती थी, उस विचार को धरातल पर उतारा है. पतंजलि परमार्थ व ट्रस्टीशिप के सिद्धांत पर चलकर राष्ट्रसेवा के संकल्प के साथ हंड्रेड परसेंट प्रॉफिट फ़ॉर चैरिटी के लिए संकल्पित है. पतंजलि का ध्येय है कि ब्रांड प्रोडक्ट से अर्जित लाभ केवल देश की सेवा में ही लगाएंगे. बाबा रामदेव ने कहा कि भविष्य में देश को स्वावलंबी बनाने के लिए खाद्य तेलों से लेकर फूड प्रोडक्ट से लेकर व एफएमसीजी में एक लाख करोड़ रुपये तक करने की भूमिका निभाने के लिए पतंजलि व रुचि सोया प्रतिबद्ध है. माना जा रहा है कि उनके इस फैसले के बाद देश में 10 से 20 करोड़ लोगों को रोजगार मिलने की नई आशा ने जन्म लिया है.