aazam khan sp
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विधायकी रद्द होने और लंबे समय तक अपनी बीमारी की वजह से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहे समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान निकाय चुनाव प्रचार के दौरान एक बार फिर पुराने तेवर में नजर आए. आजम खान रामपुर नगरपालिका के अध्यक्ष पद की पार्टी उम्मीदवार फातिमा जबी के पक्ष में प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने न केवल विरोधियों पर जमकर जुबानी फायर किए, बल्कि अपनी और अपने बेटे की बार बार विधायकी रद्द होने की बात के लिए भी केंद्र सरकार को दोषी ठहराया.

उन्होंने कहा कि एक शख्स जो नौजवानी की मंजिलें भी नहीं चढ़ सका, उसकी दो बार विधायकी खत्म कर दी गई. मेरा और अब्दुल्ला- आजम खान के सुपुत्र का वोट देने का अधिकार भी खत्म हो गया. अब क्या चाहते हो, कोई आए और कनपटी पर गोली चला कर चला जाए.

आजम खान ने लोगों में जोश भरते हुए कहा, “मेरे हाथ से हाथ मिलाओ, मेरी आवाज से आवाज मिलाओ.” इसके बाद उन्होंने फात्मा जबी जिंदाबाद के नारे लगाए. दरअसल, निकाय चुनाव और उपचुनाव में आजम खान पहली बार चुनाव प्रचार करने निकले थे.

केंद्र की मोदी सरकार पर बोला जमकर हमला

सपा नेता आजम खान ने अपने भाषण में तीखे तेवर अपनाते हुए कहा, ‘रामपुर वालों 150 करोड़ के हिंदुस्तान में तुम्हारी रामपुर की सीट का जिक्र हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम ने किया है. तुम्हारी यह हैसियत है. कितना डरते हैं तुमसे. कितना खौफ है और यह खौफ किसी जाति का नहीं है. ना मेरे वजीर होने का, ना ही मेरे एमपी या एमएलए होने का, बल्कि यह खौफ है तुम्हारे और हमारे इत्तेहाथ का और हमारे बीच के एतमाद का. क्या हुआ विधानसभा के सदस्य रहें या ना रहें.’

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आजम खान निकाय चुनाव में जीत का दावा ठोकते हुए कहा कि लोग आज कह रहे हैं संविदा की नगर पालिका है. पूरा देश आज संविदा पर है. लाल किला बिक गया, एयरपोर्ट बिक गए, पोर्ट बिक गए, रेलवे बिक गया, बचा ही क्या है. सिर्फ फौज रह गई है. वह हुकूमत-ए-हिंद के पास है, वह रहनी चाहिए. हमारी फौज और सरकारी फौज दो अलग चीजें हैं. हमारी फौज आपकी है और हमने इस फौज को हर मुहाने पर लड़ाकर देखा है और फतेह हासिल की हैं.

उत्तर प्रदेश में चार बार यूं ही कब्जा नहीं किया है

समाजवादी पार्टी के कद्दावर एवं वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा कि हमने यह शहर सियासत का यह नक्शा उत्तर प्रदेश मैं 4 बार कब्जा यूं ही नहीं किया. घर की मुर्गी दाल बराबर कुछ समझ लो लेकिन चार बार हुकूमत तुम्हारी मजबूत मुट्ठी के बगैर नहीं बनी है. यही वजह रही कि खजाने के जिस बटन पर उंगली रख दी हमने, उस तिजोरी का ताला रामपुर वालों के लिए टूट गया.

अब्दुल्ला और खुद की विधायकी रद्द होने का दर्द किया बयां

आजम खान ने खुद की और अब्दुल्ला खान की बार बार विधायकी रद्द होने का दर्द बयां करते हुए बीजेपी से पूछा कि आप मुझसे और मेरी औलाद से आप क्या चाहते हो. कोई कनपटी पर आए और गोली चला कर चला जाए. बस इतना ही तो रह गया है. इसके बाद जनता से अपील करते हुए कहा कि बचा लो आज भी निजामे हिंद को, कानून को बचा लो, कुछ नहीं देना है आपको. सिर्फ अपने आप को हौसला देना है. जहां रोके, वहीं बैठ जाओ. आगे बढ़ेंगे लेकिन वापस नहीं जाएंगे, वोट डालेंगे. हमारा पैदाइशी हक है जिसे हमसे दो बार छीना गया है. अगर तीसरी बार छीना गया तो जान लेना सांस लेने का हक भी बाकी नहीं रह पाएगा.

दो चरणों में निकाय चुनाव होगी वोटिंग

उत्तर प्रदेश में नगर निकाय के 14,684 पदों पर चुनाव होगा. इसमें 17 महापौर और 1420 पार्षद का चुनाव ईवीएम से होगा जबकि, नगर पालिका परिषद के 199 अध्यक्ष और 5327 सदस्य बैलट पेपर के जरिए चुने जाएंगे. इसके अलावा 544 नगर पंचायत अध्यक्ष, 7178 सदस्यों का चुनाव भी मतपत्रों से होगा. वोटिंग दो चरणों में होगी. पहले चरण के लिए 4 मई और दूसरे चरण के लिए 11 मई को मतदान होगा. परिणामों की घोषणा 13 मई को होगी.

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