PoliTalks.news/UP. भगवान राम की नगरी अयोध्या बीते कुछ दिनों से राममयी हो गई है. बीते कुछ दिनों से लगातार अयोध्या में रामधुनी सुनी और देखी जा सकती है. लगातार साधू संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. हनुमान गढ़ी में विशेष पूजा के साथ शंखनाद किया जा रहा है. पूरे अयोध्या की साफ सफाई, रंग रोगन और सजावट का काम पूरा हो चुका है. ये तैयारियां हैं राम मंदिर के भूमि पूजन और आधारशिला की जो 5 अगस्त को होने वाला है. यानि ठीक 24 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने अयोध्या पधारेंगे और इस शुभ कार्य को अपने कर कमलों से शुरु करेंगे.
सारी सजावट और भूमि पूजन की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. सुरक्षा का खास प्रबंध किया गया है, साथ ही कोरोना संकट के कारण गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है. पीएम मोदी अपने अयोध्या दौरे पर करीब 3 घंटे तक रहेंगे, जिसमें मंदिर दर्शन, पूजा अर्चना कार्यक्रम शामिल हैं.
भूमि पूजन के कार्यक्रम के दौरान एक मंच बनाया जाएगा, जिस पर केवल 5 लोग विराजमान होंगे. मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर ट्रस्ट के नृत्यगोपाल दास मौजूद रहेंगे. इसके अलावा कुल 175 विशिष्ट लोगों को न्योता भेजा गया है, जो कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता भेजा गया है, साथ ही अन्य प्रमुख संतों को बुलाया गया है.
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सभी को मंगलवार रात तक ही अयोध्या पहुंचना होगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को ही अयोध्या की सीमाएं सील कर दी जाएंगी. ट्रस्ट के पास इस खास मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों, मंदिरों और पवित्र स्थानों की मिट्टी, नदियों का जल पहुंचा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच तैयारियों का जायजा पहले ही ले चुके हैं.
बुधवार को दोपहर 12:15 बजे श्रीराम मंदिर के ट्रस्ट की ओर करीब 135 संतों को कार्यक्रम में आने का न्यौता भेजा गया है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आएंगे. हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है. धार्मिक सौहार्द्र को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट की ओर से सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे. इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया गया है, जो अयोध्या पहुंच गए हैं. राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले अशोक सिंघल के परिवार के सदस्यों को भी शुभ कार्य में बुलाया गया है.
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कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी सावधानी बरती जा रही है इसलिए अधिक आयु के लोगों को कार्यक्रम में नहीं बुलाया जा रहा है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज और राम मंदिर आंदोलन के अगुवा लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती जैसे दिग्गज राजनीतिज्ञों के साथ सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लड़ने वाले के.परासरण भी अयोध्या नहीं आ पाएंगे. हालांकि, इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है जिसमें ये अपना संबोधन देंगे. इनके अलावा भी कई वरिष्ठजन कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को करीब 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. पीएम तीन घंटे तक अयोध्या में रहेंगे और शुभ कार्य का शंखनाद करने के साथ मंच से देश को संबोधित भी करेंगे. इससे पहले वे हनुमानगढ़ी पहुंचकर 10 मिनट तक दर्शन-पूजन करेंगे और विशेष पूजा में हिस्सा लेंगे. उसके बाद मंदिर स्थल पर पहुंचकर रामलला विराजमान के दर्शन-पूजन करेंगे और रामलला परिसर में पारिजात का पौधारोपण करेंगे. भूमिपूजन और राम मंदिर की आधारशिला स्थापना के बाद मंच से देशवासियों को संबोधित करेंगे. करीब ढाई घंटे के इस धार्मिक कार्यक्रम के बाद वे दोपहर दो बजे कॉलेज हेलीपैड के लिए प्रस्थान करेंगे और लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.