PoliTalks.news/Rajasthan. भले की कांग्रेस से नाराज होकर गए सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 विधायकों सहित 3 निर्दलीय वापस गहलोत के समर्थन में वापस लौट कर आ गए हो लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में बहुमत पेश करेंगे.
यह मुख्यमंत्री का आने वाले 6 महीने के लिए अपनी सरकार को सुरक्षित करने का तुरूप का इक्का होगा. हालांकि बागियों के लौट जाने के बाद गहलोत सरकार अब पूरी तरह सुरक्षित हो चुकी है लेकिन राजनीति संभावनाओं का खेल है, यहां कब क्या हो जाए, कुछ नहीं कह सकते हैं.
इसी के चलते बदली हुई परिस्थितियों के बाद भी गहलोत सरकार विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगी. यानि कि विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक एक बार फिर से व्हिप जारी करेंगे. जिसकी पालना कांग्रेस के सभी विधायकों को करनी पड़ेगी.
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इससे पहले सचिन पायलट सहित 18 विधायकों के वापस लौटने के बाद गहलोत खेमे के जैसलमेर में बैठे विधायकों के बीच उपज रहे असंतोष को भी संभाला जाना है. हालांकि कांग्रेस के कई दिग्गज नेता इस काम में लगे हुए हैं, लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार यह काम भी अब अशोक गहलोत ही जैसलमेर पहुंच कर के रहे हैं.