पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को अपने गृह नगर जोधपुर पहुंचे. इस दौरान सीएम गहलोत ने जोधपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की. जोधपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने सीएए और एनआरसी को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. CAA और NRC को देश के लिए खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, पहले प्रधानमंत्री मोदी कहते थे मन की बात जिसे लोग सुनते थे जबकि अब ऐसी स्थिति बन गई है कि पूरे देश में अपने नेताओं को भेजकर एनआरसी और सीएए पर सफाई दे रहे हैं, आखिर ऐसी नौबत आई ही क्यों? वहीं अमित शाह के जोधपुर दौरे पर सीएम गहलोत ने कहा, ‘आज गृहमंत्री मेरे गृहक्षेत्र में आ रहे हैं उनका स्वागत है.’
मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि एनआरसी और सीएए को लेकर देश में नौ राज्य अपनी स्थिति साफ कर चुके हैं, सभी कह चुके हैं कि एनआरसी और सीएए लागू नहीं करेंगे उसके बाद भी मोदी सरकार अहम और घमंड में है. लोकतंत्र में अहम नहीं चलता है बल्कि लोकतंत्र में बहुमत के बाद भी जनता और विपक्षी पार्टियां क्या चाहती है उसके आधार पर फैसले होते है. मोदी और अमित शाह ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है. इस मामले पर पूरे देश में विरोध हो रहा है तो मोदी-शाह को इस मुददे पर पुनःविचार करना चाहिए.
आगे सीएम गहलोत ने कहा कि असम में एनआरसी प्रक्रिया हुई. इस पर छह सौ करोड रूपये खर्च हुए. वहां 19 लाख लोग बाहर हो गए, इनमें 16 लाख हिंदू है तो वहां क्यों केंद्र सरकार एनआरसी लागू नहीं कर पा रही है. असम के अनुभव से सरकार को समझ जाना चाहिए. दिल्ली में इस मामले पर जो लोग सुनवाई कर रहे है वो कहते है असम के लोग अवसाद में चले गये थे जब एनआरसी लागू हुई थी. जिसने एनआरसी की मांग की थी उसने कहा कि मैंने मेरी जिदंगी की सबसे बडी गलती की थी.
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय पहली बार नागरिकता कानून में संशोधन हुआ था. उस समय देश में कोई हल्ला नहीं हुआ था तो क्या कारण है कि इस बार इतना हल्ला हो रहा है ये बात केंद्र सरकार को समझनी चाहिए. आज देश का ध्रुवीकरण किया जा रहा है जिसका कोई तुक नहीं है. आज नहीं तो आने वाले समय में देश का क्या होगा कोई कह नहीं सकता.
वहीं कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के इतने दिनों बाद चिकित्सा मंत्री के कोटा जाने के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के जाने का तुक भी नहीं है, आज जा रहे हैं तो अच्छी बात है. इसको मीडिया ने एक मुददा बना दिया है. चिकित्सा मंत्री वहां जाकर ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करेंगे. विशेषज्ञों की टीम वहां पहले जा चुकी थी उनकी जांच के अनुसार इलाज में कोई लापरवाही नहीं थी. प्रति महिने लगभग 100 बच्चे बीजेपी के 5 साल के कार्यकाल के अंदर भी मरते रहे हैं. एक नवजात शिशु का मरना बहुत गंभीर बात है. हम चाहते हैं राजस्थान में शिशु और मातृ मृत्युदर सबसे कम हो. इसलिए हम निरोगी राजस्थान योजना लेकर के आए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सबसे पहले कमला नेहरू महिला महाविद्यालय छात्रसंघ कार्यालय के उदघाटन समारोह में शिरकत की इसके बाद सर्वसमाज के नव वर्ष स्नेह मिलन समारोह, ओसवाल महिला छात्रावास के शिलान्यास एवं सरदार स्पोर्टस एकेडमी के शुभारंभ, राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प मेले व म्यूजिकल फाउन्टेन के लोकार्पण कार्यक्रम में शिरकत की. सीएम गहलोत शनिवार को भी जोधपुर दौरे पर ही रहेंगे एवं विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे.