पॉलिटॉक्स न्यूज़/दिल्ली-राजस्थान. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले गुरूवार से कोरोना संकट और इस संकट में नई दृष्टि से निपटने के लिए विशेषज्ञों से संवाद की एक श्रंखला शुरू की. इस श्रंखला के तहत राहुल गांधी ने आज नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के साथ देश में कोविड 19 से उपजी आर्थिक समस्या, सुझाव और समाधान विडियों कांफ्रेंस के जरिए चर्चा की. इससे पहले गुरूवार को राहुल गांधी ने आरबीआई के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन से देश के हालातों पर बातचीत की थी.
आज हुई बनर्जी से बातचीत को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘राहुल जी की बातचीत नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ अभिजीत बनर्जी के साथ कोविड 19 और इसका आर्थिक समाधान खोजने के लिए चुनौतियों पर चर्चा करना एक सार्थक तरीका है. देश के विशेषज्ञों से बातचीत करना मौजूदा संकट से बाहर निकालने के लिए उपाय करना है.’
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी और अभिजीत बनर्जी के साथ बातचीत पर कई ट्वीट किए. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि अभिजीत बनर्जी का मौजूदा स्थिती पर विश्लेषण भारत में जमीनी हकीकत के करीब है. लोगों को नकदी देने के लिए हमें वास्तव में कुछ मशीनरी की जरूरत है. प्रवासियों की उस तक पहुंच नहीं हो सकती है. इसके बजाय राज्य सरकारों को धन उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि वे नई रणनीतियों को आजमा सकें.
Dr. Banerjee’s analysis of situation is closer to the ground reality in India that to give cash to people, we really need some machinery. Migrants may not have access to that. Instead funds should be made available to the state governments so that they can try out new strategies.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 5, 2020
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि समय की जरूरत एक प्रोत्साहन पैकेज है. डॉ अभिजीत बनर्जी के अनुसार यह वही तरीका है जो अमेरिका, जापान, यूरोप कर रहे हैं. लेकिन हमने अभी तक एक बड़े पैकेज पर निर्णय नहीं लिया है. यूएसए की जीडीपी के 10 प्रतिशत पहुंच गयी है. हम अभी भी जीडीपी के 1 प्रतिशत के बारे में बात कर रहे हैं.
The need of the hour is a stimulus package. According to Dr Banerjee, this is what US, Japan, Europe are doing but we haven’t yet decided on a large package. USA has gone for 10% of GDP. We are still talking about 1% of GDP.#InConversationWithRahulGandhi
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 5, 2020
अपने अगले ट्वीट में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मांग को पुनर्जीवित करने के लिए लोगों के हाथ में पैसा देने के लिए अभी ध्यान केंद्रित करना चाहिए, यह डॉ अभिजीत बनर्जी का एक बहुमूल्य सुझाव है. हमें भारत के समग्र आर्थिक पुनरुत्थान के लिए आशावादी होना चाहिए.
Giving money in the hands of ppl to revive demand is what India should focus on right now, this is a valuable suggestion from Dr Banerjee. We should also try to be optimistic abt overall economic revival in India post-#lockdown.#InConversationWithRahulGandhi#RahulSpeaksForIndia
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 5, 2020
सीएम गहलोत ने बताया कि डॉ अभिजीत बनर्जी ने हमें वर्तमान संकट से निपटने के लिए कुछ उपयोगी जानकारी दी. अस्थायी राशन कार्ड का सुझाव, लॉकडाउन तय करने के लिए एक विकेंद्रीकृत प्रणाली, आर्थिक गतिविधि शुरू करना, गरीबों को पैसे हस्तांतरित करने के लिए कार्यक्रम और एक बड़े पैकेज की आवश्यकता है.
This interaction gave us some useful insights to deal with present crisis, suggestion of temporary ration cards, a decentralized system to decide abt lockdown, starting economic activity,programmes to transfer money to poor & need for a big package.#InConversationWithRahulGandhi
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 5, 2020
वहीं अपने आखिरी ट्वीट में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि एक जिम्मेदार विपक्षी नेता के रूप में राहुल गांधी जी के प्रयास रचनात्मक सलाह, नई अंतर्दृष्टि और सुझाव देने का एक तरीका है जो लोगों के लिए अच्छा हैं. ये संवाद हमारे लोकतंत्र को समृद्ध करते हैं और इसे और अधिक इंटरैक्टिव और खुला बनाते हैं.
As a responsible opposition leader,#RahulGandhi ji’s efforts are a way to offer constructive advice,new insights & suggestions that are good for the people. These dialogues enrich our democracy & make it more interactive & open.#InConversationWithRahulGandhi#RahulSpeaksForIndia
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 5, 2020