पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राज्यसभा में अमित शाह द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाए जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तत्काल पलटवार करते हुए कहा कि, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के गृह मंत्री राज्यसभा में मेरा रेफरेंस देकर देश को गुमराह कर रहे हैं. हमने तो पाकिस्तान से सीमावर्ती राजस्थान आए शरणार्थियों की बरसों से जो मांग थी, चाहे वो हिन्दू थे या सिख थे, उसे लेकर पहल की हमने उस वक़्त में भारत के तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम जी को लैटर लिखा, अगर हिन्दू और सिख के अलावा और कोई भी होते तो उनके लिए भी हम यही रिकमेंड करते. इंदिरा जी के वक़्त में 1971 में मैं खुद बंगाल बॉर्डर पर रहा था उस समय भी जो शरणार्थी आए थे, चाहे जिस भी धर्म के लोग थे सभी की हमने सेवा की, शरणार्थी चाहे यहां के हों या वहां के हों, हमारे यही भाव हमेशा रहे हैं”.
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के गृह मंत्री राज्यसभा में मेरा रेफरेंस देकर देश को गुमराह कर रहे हैं। हमने तो पाकिस्तान से सीमावर्ती राजस्थान आए शरणार्थियों की बरसों से जो मांग थी, चाहे वो हिन्दू थे या सिख थे, उसे लेकर पहल की
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 11, 2019
हमने उस वक़्त में भारत के तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम जी को लैटर लिखा, अगर हिन्दू और सिख के अलावा और कोई भी होते तो उनके लिए भी हम यही रिकमेंड करते।
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 11, 2019
इंदिरा जी के वक़्त में 1971 में मैं खुद बंगाल बॉर्डर पर रहा था उस समय भी जो शरणार्थी आए थे, चाहे जिस भी धर्म के लोग थे सभी की हमने सेवा की, शरणार्थी चाहे यहां के हों या वहां के हों, हमारे यही भाव हमेशा रहे हैं।
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 11, 2019
बता दें, नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि, “यूपीए सरकार के दौरान, तत्कालीन राजस्थान सरकार (तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत) ने तत्कालीन एचएम (Home Minister) पी. चिदंबरम को पत्र लिखा था कि वे बड़ी संख्या में बकाया राशि जारी करेंगे. पाक के शरणार्थी हिंदू और सिख समुदाय से, केवल दो धर्मों के 13000 लोग लाभान्वित हुए. जबकि, हमने 6 धर्मों के शरणार्थियों को शामिल किया है. लेकिन, कोई कुछ नहीं कहेगा क्योंकि कांग्रेस जो भी करती है वह धर्मनिरपेक्षता है. कब तक तुम लोगों को बेवकूफ बनाओगे?”