पोलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई 100 से ज्यादा बच्चों की मौत के मामले में गहलोत सरकार से कांग्रेस आलाकमान नाखुश है. सूत्रों के मुताबिक, इस मुद्दे पर जिस तरह से विपक्ष ने सरकार को घेरा और सकंट को सम्भालने में सरकार की जो भूमिका रही, उससे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी खुश नहीं हैं. सोनिया गांधी ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के माध्यम से ना सिर्फ नाखुशी जाहिर की बल्कि गहलोत सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है.
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने गुरूवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित 10 जनपथ निवास पर शिष्टाचार मुलाकात की. प्रभारी पांडे ने इस मुलाकात के दौरान प्रदेश के कई विषयों पर भी चर्चा की. वैसे तो पांडे के साथ बसपा से कांग्रेस में गये 6 विधायकों की सोनिया गांधी से मुलाकात होनी थी, लेकिन सोनिया गांधी के पास समय अभाव के चलते यह मुलाकात टल गई और अकेले पांडे ने ही सोनिया गांधी से मुलाकता की.
प्रभारी अविनाश पांडे ने सोनिया से मुलाकात के बाद पत्रकारों को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से राजस्थान में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा हुई है. इसके साथ ही इस महीने में प्रदेश में तीन चरणों में होने वाले पंचायतीराज चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई है. पार्टी की पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियों पर सोनिया गांधी ने फिडबैंक लिया है साथ ही मार्गदर्शन भी दिया है.
पांडे ने आगे बताया कि सोनिया गांधी जी ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में लगातार हो रही नवजात बच्चों की मौत पर भी विस्तृत जानकारी ली है. पिछले एक महीने में 100 नवजात बच्चों की मौत पर सोनिया गांधी ने संवेदनशीलता जताई है. इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जांच कमेटी गठित कर दी है. जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाये जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी. आलाकमान इस पूरे मामले को लेकर चिंतित है.