BJP vs TMC
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TMC Delhi Protest: बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) द्वारा राजधानी में हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ पूरे पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की जा रही है. प. बंगाल में केंद्रीय योजनाओं का फंड रिलीज किए जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बंगाल सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा, डेरेक ओ’ब्रायन सहित तृणमूल कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया था. टीएमसी नेताओं को पुलिस द्वारा जबरन उठाकर वैन में डालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में अब बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सख्त रूख इख्तिार करते हुए पूरे पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की है. इसके तहत पूरे राज्य में ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन होंगे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री गिरिराज सिंह का पुतला फूंका जायेगा. इस संबंध में राज्य के नगरपालिका मामलों और शहरी विकास मंत्री एवं कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मेयर फिरहाद हकीम के अनुसार, आंदोलन कार्यक्रम का मुख्य हिस्सा कोलकाता में ‘मार्च टू राजभवन’ होगा.

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बवाल पर मंत्री की सफाई को सांसद महुआ ने बताया झूठ

इस बवाल के बाद केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने इस कार्रवाई पर सफाई दी है. केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने दावा किया कि वो अपने दफ्तर में टीएमसी प्रतिनिधिमंडल का घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया. मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आज 2:30 घंटे बर्बाद हो गए. मैं तृणमूल सांसदों का इंतजार करते हुए 8:30 बजे कार्यालय से बाहर निकली. मेरी जानकारी के अनुसार, तृणमूल सांसदों और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में मिलने के लिए सुबह 6:00 बजे का समय लिया था.’

वहीं तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने मंत्री महोदया को जवाब देते हुए उन्हें झूठा बताया. सांसद महुआ ने जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने टीएमसी नेताओं को तीन घंटे तक इंतजार करवाया और खुद चुपके से निकल गईं.

क्या है पूरा मामला

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) और पीएम आवास योजना के तहत राज्य का बकाया ₹15,000 करोड़ रोकने का आरोप लगाया है. हालांकि बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है. वहीं कृष्णानगर से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र पश्चिम बंगाल से कर तो वसूल रहा है, लेकिन राज्य का बकाया नहीं दे रहा है. केंद्रीय योजनाओं का फंड रिलीज किए जाने की मांग को लेकर टीएमसी के कुछ नेता केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति से मिलने दिल्ली पहुंचे थे.

जैसा कि दिल्ली में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है, ‘शाम 6 बजे हमारा केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने का कार्यक्रम था, हमने 90 मिनट तक इंतजार किया, जिसके बाद हमें बताया गया कि वह हमसे नहीं मिल पाएंगी.’ इसके बाद अभिषेक बनर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा क‍ि अगर वो हमसे नहीं मिलेंगी तो हम यहां से नहीं हटेंगे. वहीं प्रतिनिधिमंडल के समय पर नहीं पहुंचने का दावा करते हुए केंद्रीय मंत्री दफ्तर से चली गईं.

इसके बाद भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने कृषि भवन से तृणमूल प्रतिनिधियों को हटाया. कार्रवाई में टीएमसी के करीब 40 नेताओं को हिरासत में लिया गया. टीएमसी नेताओं ने पुलिस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया है. एक वीडियो में टीएमसी नेताओं को एक वैन में ले जाते हुए देखा जा सकता है.

वहीं दूसरे में दिल्ली पुलिस के जवानों को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को विरोध स्थल से जबरदस्ती हटाते हुए देखा जा सकता है.

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