राजे के बाद केन्द्रीय नेतृत्व पर कटारिया ने उठाए सवाल- 2 सीट पर 20 स्टार प्रचारक, खर्चा कौन उठाएगा?

उपचुनाव की हार पर कटारिया हुए मुखर! लगातार बयानबाजी कर रहे कटारिया ने पहले मैडम राजे तो अब केन्द्रीय नेतृत्व पर ही खड़े किए सवाल, बोले- 'उपचुनाव में 20 स्टार प्रचारकों की नहीं थी जरूरत, खर्चा कौन उठाता, कार्यकर्ताओं का निकल जाएगा दम, जनता को स्वीकार नहीं थे हमारे कैंडिडेट'

प्रत्याशी चयन-स्टार प्रचारकों को लेकर उठाए सवाल
प्रत्याशी चयन-स्टार प्रचारकों को लेकर उठाए सवाल

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में बीजेपी को उपचुनाव में मिली करारी हार पर हड़कंप मचा हुआ है. उदयपुर के वल्लभनगर और प्रतापगढ़ के धरियावाद विधानसभा उपचुनाव में हार पर मंथन जारी है. प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह जयपुर का दौरा कर दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन अब इस हार को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भाजपा नेतृत्व के फैसलों पर ही सवाल उठा दिए हैं. साथ ही पार्टी को हार का विश्लेषण करने का सुझाव भी दिया है. कटारिया ने कहा कि, ‘केवल स्टार प्रचारकों की लिस्ट बना देने से कुछ नहीं होता. 2 विधानसभाओं में इतने स्टार प्रचारक नेताओं की जरूरत भी थी या नहीं, यह देखना चाहिए था और इनका खर्चा कौन उठाएगा?’ कार्यकर्ताओं की बात
रखते हुए कटारिया ने कहा की, ‘क्या कार्यकर्ता मीटिंगों में ही उलझे रहेंगे’? कटारिया के इन बयानों को लेकर सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.

2 सीट 20 स्टार प्रचारक, खर्चा कौन उठाएगा इनका?- कटारिया
राजस्थान भाजपा के दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने स्टार प्रचारकों को लेकर कहा है कि, ‘अगर सभी स्टार प्रचारक वहां चले भी जाते, तो वहां के कार्यकर्ताओं का इन स्टार प्रचारकों की मीटिंग कराते-कराते ही दम निकल जाता, कार्यकर्ता क्या मीटिंगों में ही उलझा रहेगा‘? कटारिया ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि, ‘मैं सोचता हूं दो-तीन नेताओं की मीटिंग रखी जा सकती थी. क्योंकि ये प्रत्याशी का चुनावी माहौल और वातावरण बनाने के लिए जरूरी होती हैं. लेकिन 20 स्टार प्रचारक नेताओं की 50 मीटिंग अगर कैंडिडेट करवाए, तो उनका खर्चा कौन उठाएगा‘.

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पूनियां के बाद कटारिया ने भी कैंडिडेट सलेक्शन पर उठाए सवाल

नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने वल्लभनगर और धरियावद उपचुनाव में हार को स्वीकार करते हुए कहा है कि, ‘निश्चित रूप से जो चुनाव परिणाम आया है,उससे स्पष्ट है कि जनता ने हमारे कैंडिडेट को स्वीकर नहीं किया और यह जग जाहिर है. इसका विश्लेषण होना ही चाहिए. हम विश्लेषण कर रहे हैं और आगे भी करेंगे’. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के बाद अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी कैंडिडेट सलेक्शन में गलती की बात स्वीकार रहे हैं. आपको बता दें, ये दोनों ही नेता कोर कमेटी के अहम सदस्य हैं, ऐसे में क्या इनके द्वारा ये नाम नहीं भेजे गए थे. क्या दिल्ली से नामों में हुआ था फेरबदल? अब दोनों नेता इस बात को लेकर केन्द्रीय नेतृत्व के पाले में गेंद डाल रहे हैं.

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पिछले उपचुनाव में कहां थी वसुंधरा- कटारिया

वहीं हालही में बीते शनिवार झुंझुनूं यात्रा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रहीं. एक पत्रकार द्वारा वसुंधरा राजे को स्टार प्रचारक कहने पर गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि, ‘स्टार प्रचारक नाम के ही रह गए हैं, पिछले उपचुनाव में कहां थी वसुंधरा जी? सीधी बात यह है कि हमने जो उम्मीदवार दिया था, उसे जनता ने स्वीकार नहीं किया और इसे स्वीकार करने में हमें कोई झिझक नहीं है, इस कमी को दूर करने का प्रयास करेंगे’.

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