राहुल गांधी के बाद अशोक गहलोत ने भी उठाए चुनाव आयोग पर सवाल, कही ये बड़ी बात

चुनाव आयोग को लेकर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दी प्रतिक्रिया, इसके साथ ही गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी साधा निशाना

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Ashok Gehlot big statement: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग को लेकर दिया है बड़ा बयान, बिहार चुनाव से पूर्व चुनाव आयोग की भूमिका पर लग रहे प्रश्नचिन्ह को लेकर आज अशोक गहलोत ने दी प्रतिक्रिया. जयपुर से हिंडौन सिटी जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि यह देश किस दिशा में जा रहा है, किस दिशा में जाएगा, ये चिंता का विषय है.

जयपुर में मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि मैं लंबे अरसे से कह रहा हूं कि देश किस दिशा में जा रहा है, किस दिशा में जाएगा, उसका नमूना ये है जो व्यवहार किया गया है कांग्रेस नेताओं के साथ में मेरे ख्याल से इतिहास में, इतिहास में, आजादी के बाद में पहली बार इलेक्शन कमीशन के जो वहां पर जो भी लोग थे चेयरमैन थे मेंबर थे या जो भी व्यवहार किया गया है जिसने भी किया है मैं समझता हूं वो बहुत अनफॉर्चुनेट है. मैने कभी सुना ही नहीं, हम लोग भी कई बार गए हैं हम ने भी कई ऐसी बीते कही होंगी उससे हो सकता है चेयरमैन को, ईसीआई चेयरमैन को या मेंबर को अच्छा नहीं लगा होगा तब भी उनका व्यवहार बड़ा शालीनता से होता था, उनकी ड्यूटी भी है कि कोई नागरिक है देश का मतदाता कोई भी है, नेता है पॉलिटिकल पार्टी का उसको धैर्य से सुनें और निष्पक्ष फैसला करें ये ड्यूटी है. बहुत बड़ी ड्यूटी है, गहलोत ने आगे कहा कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया किसे कहते हैं जिसके ऊपर पूरा चुनाव डिपेंड करता है बहुत बड़ी संस्था है बहुत क्रेडिबल संस्था है उसके बारे में जो कल परसों सुन रहे हैं जो व्यवहार किया गया है वो बहुत ही मैं समझता हूं अशोभनीय है इनको किन शब्दों में आलोचना करूं मेरी समझ नहीं आ रहा है.

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कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने आगे राहुल गांधी को लेकर कहा कि पहले भी राहुल गांधी जी ने महाराष्ट्र को लेके कई सवाल उठाए थे उसका भी प्रॉपर जवाब नहीं दे पाए ये लोग, उनको आर्टिकल लिखना पड़ा, उसका कोई जवाब नहीं तो ये व्यवहार इलेक्शन कमीशन के पार्ट पर किसी भी ढंग से उचित नहीं कहा जा सकता. मेरे ख्याल से इसका रिएक्शन पूरे देश के अंदर है और बहुत भयंकर रिएक्शन है. इस प्रकार का व्यवहार तो मैंने कभी सुना नहीं किसी डेलिगेशन हो विपक्ष का हो इंडिया गठबंधन का हो ऐसा व्यवहार तो मैंने कभी सुना ही नहीं ये पहली बार मैं सुन रहा हूं.

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपने बयान में आगे कहा कि आप सोच सकते हो कि देश कहां जा रहा है कैसे जाएगा, सब दबाव में काम कर रहे हैं देश के अंदर, इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई को पहले से हम कह रहे हैं दबाव में ये प्रीमियर संस्था तीनों हैं. इंपॉर्टेंट संस्था हैं देश के लिए मैं बार बार कहता हूं, ये कोई कम नहीं हैं ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई, इनकी जो भूमिका है वो देशहित में है पर जो दबाव में इनको लिया गया है जो अन्याय हो रहा है विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ में वो जगजाहिर है. गहलोत ने केंद्र पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि पार्लियामेंट में जवाब आया है 200 लगभग, 193 केसेज इन्होंने किए हैं , 2 में प्रूव कर पाए हैं. माने 1 पर्सेट, तो कितना तंग किया होगा लोगों को, उनके परिवार वालों पर क्या बीती होगी ? जिस मुल्क में ये स्थिति चल रही हो, दबाव में ज्यूडिशियरी हो, इलेक्शन कमीशन हो, ये संस्थाएं हों , ब्यूरोक्रेसी हो, तो कैसे डेमोक्रेसी की बात जो करते हैं वो डेमोक्रेसी कमजोर होती जा रही है ये हित में नहीं है और सोचने वाली बात है जो आज सत्ता में हैं प्रधानमंत्री हों या इनके नेता हों , सत्ता पक्ष जो होता है या सत्ता पक्ष तभी होता है जब विपक्ष होता है और विपक्ष की बात नहीं मानोगे आप सुनोगे, तो देश भी तकलीफ पाएगा आप भी तकलीफ पाओगे.

वही आगे अशोक गहलोत ने 25 दिन में 8 करोड़ वोटर लिस्ट तैयार करने के प्रश्न पर जवाब देते हुए कहा कि ये असंभव है और ये एक नया शिगूफा छोड़ दिया, मैं खुद पटना जा कर आया हूं परसों वहां बहुत भारी रिएक्शन है इसका, मेरे ड्राइवर कह रहे थे साहब कि आप बताइए मेरे से मां बाप से मांग रहे हैं डेट ऑफ बर्थ, मैं कहां से लेकर आऊंगा. गहलोत ने आगे कहा कि लाखों लोग जो हैं वो वंचित रह सकते हैं इनके प्रोसेस से, ये स्थिति बन गई है, कैसे डेमोक्रेसी रहेगी कैसे चुनाव निष्पक्ष होंगे, चुनाव निष्पक्ष कैसे होंगे बता दीजिए बिहार के अंदर. अगर ये नई अप्रोच लाए हैं इलेक्शन कमीशन और किसके कहने से लाए हैं, कोई नया फैसला करते हैं नीतिगत तो विपक्ष को भी इन्वॉल्व किया जाता है. आप एकतरफा फैसला कर रहे हैं , बहुत ही चिंताजनक स्थिति है.

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