Politalks.News/Uttarpradesh. तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद यूपी में भाजपा के रणनीतिकारों ने राहत की सांस ली है. लेकिन अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद सांसद वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वरुण गांधी ने ‘बड़ा दिल’ दिखाते हुए विवादास्पद कानूनों को निरस्त करने के लिए प्रधानमंत्री को साधुवाद दिया और उम्मीद जताई कि वह किसानों की अन्य मांगों पर भी ठोस निर्णय लेंगे. वरुण गांधी ने पत्र में मांग की है कि, ‘एमएसपी पर कानून बनाने की मांग और अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए’. साथ ही वरुण गांधी ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की भी मांग की है. वहीं इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने भी पीएम को पत्र लिख अजय मिश्रा के साथ मंच साझा करने को लेकर निशाना साधा है.
लखीमपुर हिंसा लोकतंत्र पर काला धब्बा, केन्द्रीय मंत्री पर हो सख्त कार्रवाई- वरुण गांधी
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लोकतंत्र पर ‘काला धब्बा’ करार देते हुए वरुण गांधी नेता ने कहा कि,’इस घटना में निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए इसमें लिप्त एक केंद्रीय मंत्री पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए’. वरुण गांधी ने कहा कि, ‘मेरा विश्वास है कि किसानों की उपरोक्त अन्य मांगों को मान लेने, लखीमपुर खीरी की घटना में न्याय का मार्ग प्रशस्त करने से आपका सम्मान देश में और बढ़ जाएगा. मुझे आशा है कि इस विषय में भी आप ठोस निर्णय लेंगे’.
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किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को एक-एक करोड़ मुआवजे की मांग- वरुण गांधी
लगातार किसानों का मुद्दा उठाने वाले पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने पत्र में आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की. वरुण गांधी ने कहा कि, ‘अगर यह फैसला पहले ही ले लिया जाता तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं जाती’.
MSP पर कानून बनाने की मांग- वरुण गांधी
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया कि, ‘मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाया जाए और अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए, जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर ससम्मान घर लौट जाएं. आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नाम इस विषय में मेरा पत्र’.
एमएसपी पर कानून के बिना खत्म नहीं होगा किसानों का आंदोलन
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने एमएसपी को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने की किसानों के मांग का उल्लेख करते हुए कहा कि, ‘देश में 85 प्रतिशत से ज्यादा छोटे, लघु और सीमांत किसान हैं और उनके सशक्तिकरण के लिए उन्हें फसलों का लाभकारी मूल्य दिलवाना सुनिश्चित करना होगा’. गांधी ने कहा कि, ‘यह आंदोलन इस मांग के निस्तारण के बिना समाप्त नहीं होगा और किसानों में एक व्यापक रोष बना रहेगा, जो किसी न किसी रूप में सामने आता रहेगा. अतः किसानों को फसलों की एमएसपी की वैधानिक गारंटी मिलना अत्यंत आवश्यक है. सरकार को राष्ट्रहित में इस मांग को भी तत्काल मान लेना चाहिए. इससे, किसानों को एक बहुत बड़ा आर्थिक सुरक्षा चक्र मिल जाएगा और उनकी स्थिति में व्यापक सुधार होगा’.
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प्रियंका ने लिखा- आप आशीष मिश्रा के साथ मंच ना करें साझा
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा है. जिसमें प्रियंका ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. साथ ही प्रियंका ने सरकार से मांग की है कि अब यूपी के लखीमपुर खीरी में गाड़ी के नीचे कुचलकर मरने वाले किसानों के परिवारों को भी न्याय मिले. प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘लखीमपुर खीरी में किसानों के कुचलने का आरोप गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर लगा है. लेकिन बीजेपी सरकार आरोपी को बचाने की कोशिश में जुटी है. अगर आप (पीएम मोदी) आरोपियों के साथ मंच साझा करते हैं तो सीधा संदेश जाएगा कि आप किसानों को कुचलने वाले लोगों को संरक्षण दे रहे हैं. यह 700 से ज्यादा शहीद किसानों का अपमान होगा’.
किसानों को लेकर पार्टी लाइन से हटकर चल रहे हैं वरुण गांधी
आपको बता दें कि भाजपा के सांसद वरुण गांधी किसानों के मुद्दे पर अपनी पार्टी और सरकार की लाइन से अलग हटकर बयान दे रहे हैं. किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने लगातार किसानों का पक्ष रखा और किसानों की मांग उठाते रहे. लखीमपुर कांड और गन्ना किसानों की मांगों को लेकर भी वरुण गांधी योगी सरकार को घेरते रहे. सियासी जानकारों का कहना है कि गांधी के इस रुख के कारण ही इनकी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भी विदाई हुई है. अब वरुण गांधी ने सीधा ही पीएम मोदी को पत्र लिख केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.