देश में आम चुनाव के बाद अब बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल काफी गर्म है. जदयू के मुखिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक ही सीज़न में तीन बार पलटी मारने से सियासी रणनीतिकार भी पशोपेश में हैं. हालांकि फिलहाल नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए समर्थित पार्टी है. फिर भी बिहार में ‘बिन मौसम बरसात’ सभी ने एक बार नहीं, कई बार होते देखी है. इसी बीच नीतीश के लाल निशांत कुमार के राजनीति में आने के लोकर चर्चाओं का बाजार भी काफी तेज हो गया है. एक सांसद के दिए बयान के बाद इस बात को बल मिलने लगा है. बिहार में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे सुपुत्र और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी इस बार के उदाहरण हैं जिन्होंने क्रिकेट के बाद राजनीति को बतौर करियर अपनाया था.
यह भी पढ़ें: लोकसभा के शपथ ग्रहण समारोह में क्यों भड़के ओम बिरला? प्रियंका ने भी जताया गुस्सा
शिवहर सांसद लवली आनंद ने दिए संकेत
शिवहर से जदयू सांसद लवली आनंद ने निशांत कुमार के राजनीति में कदम रखने के संकेत दिए हैं. उन्होंने नीतीश कुमार के सुपुत्र के राजनीति में आने का स्वागत किया है. जदयू सांसद ने कहा कि जब एक वकील का बेटा वकील बनता है और डॉक्टर का बेटा डॉक्टर तो नेता को बेटा नेता बने तो इसमें बुराई क्या है. उन्होंने ये भी कहा कि राजनीतिज्ञ का बेटा राजनीति नहीं करेगा तो क्या खेती बाड़ी करेगा. हालांकि लवली आनंद ने ये भी कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं कि नीतीश कुमार अपने बेटे को राजनीति में लाने चाहते हैं या नहीं, लेकिन अगर वो ऐसा करते हैं तो उनका स्वागत है.
सदन में विपक्ष क्यों कर रहा है हल्ला
सांसद लवली आनंद ने NEET पेपर लीक मामले को लेकर सदन नहीं चलने देने को लेकर विपक्ष पर भी निशाना साधा है. जदयू सांसद ने कहा कि पेपर लीक मामले में सरकार अपना काम कर रही है. इस मामले में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है. ऐसे में पता नहीं क्यों विपक्ष हल्ला क्यों कर रहा है. लवली आनंद ने कहा कि नीट पेपर लीक मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पेपर लीक मामले से तेजस्वी यादव के भी तार जुड़े हैं. जांच टीम मामले की पड़ताल में जुटी है.
राजद ने साधा लवली पर निशाना
जेडीयू सांसद लवली आनंद के ‘राजनेता का बेटा राजनेता नहीं बनेगा, तो क्या किसान बनेगा’ वाले बयान पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने की है. पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यह देश के किसान भाइयों का अपमान है. उन्हें अपनी टिप्पणी के लिए किसानों से माफ़ी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह देश के किसान भाइयों का अपमान है. देश की आत्मा किसानों में बसती है. 140 करोड़ नागरिक इन किसानों की मेहनत से अपना पेट भरते हैं. लोग गर्व से कहते हैं कि हम किसान के बेटा हैं, किसान का बेटा भी मंत्री बनता है आईएएस बनता है, लेकिन लवली आनंद का ऐसा कहना बहुत ही शर्मनाक है और किसानों का अपमान है.