Politalks.News/BiharPolitics. कोरोनाकाल के बीच पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार की राजनीति में एक दम से उबाल आ गया है. इसी बीच पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस की पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने बिहार की नीतीश सरकार को साफ-साफ चेतावनी दे दी है. पूरे गुस्से में नाराजगी जाहिर करते हुए रंजीत रंजन ने कहा कि, ‘अगर पप्पू जी को कुछ हुआ, जिसकी मुझे आशंका है तो नीतीश जी आपके लिए और बिहार की NDA सरकार के लिए ठीक नहीं होगा. अगर इस दौरान पप्पू जी के साथ कुछ भी हुआ तो पूरी जिम्मेवारी बिहार की एनडीए सरकार की होगी. पप्पू जी के साथ कोई बड़ा षड्यंत्र हो रहा है.’ वहीं पप्पू यादव के क्रिकेटर बेटे सार्थक यादव ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.
आपको बता दें, जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव को मंगलवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में सुपौल जेल भेज दिया गया है. मंगलवार के दिन में पटना से हुई गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच मधेपुरा ले जाया गया था. रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया और उनकी पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया.
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आपको बता दें, जैसे एक हार्डकोर अपराधी के लिए करना पड़ता है उसी प्रकार इतनी रात को कोर्ट के कर्मचारी अपने कार्यालय पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की कोर्ट में पेशी हुई. पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का भी हवाला देते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की. पप्पू यादव की पेशी को लेकर बड़ी संख्या में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी थी, फिर भी सैकड़ों समर्थक रात के अंधेरे में जगह-जगह डटे दिखे.
रात 12 बजे सुपौल के बीरपुर जेल लाए गए पप्पू यादव
कोर्ट में पेशी के बाद कल रात में करीब 12 बजे उन्हें बीरपुर जेल लाया गया. इससे पहले पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. पुलिस पप्पू यादव को गांधी मैदान थाने से मधेपुरा ले जा रही थी इस दौरान उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस काफिले को रोक लिया. एनएच 19 पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता सड़क पर लेट गए और पुलिस वाहनों को रोकने की कोशिश की.
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गहरी साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है पप्पू जी को
वहीं पप्पू यादव की पत्नी और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि पप्पू यादव जी का कुछ दिन पहले ही गम्भीर बीमारी का ऑपरेशन हुआ था. डॉक्टर ने उन्हें तीन महीने तक आराम करने को बोला था, बावजूद इसके कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ते ही वो जिद कर बिहार की जनता की सेवा करने चले गए. अपनी सेहत का ख्याल नहीं रखते हुए दिन रात वो बिहार के लोगों की सेवा कर रहे थे, इसके बावजूद बिहार की सरकार ने उन्हें पुराने मामले में गिरफ़्तार कर लिया, इसके पीछे गहरी साजिश है. रंजीत रंजन ने कहा कि अभी कोरोना काल में सबको मिलकर मुकाबला करने की जरूरत है राजनीति की नहीं.
वहीं पप्पू यादव के बेटे सार्थक यादव जो कि क्रिकेटर भी हैं अपने पिता की गिरफ़्तारी के बाद सामने आए और अपने गुस्से का इज़हार किया. सार्थक ने ट्वीट कर कहा- जितनी हिम्मत मेरे पिता को थाने में रखने और गिरफ़्तार करने में दिखाई है, नीतीश कुमार जी पिछले कुछ घंटो में काश उतना ज़ोर अस्पतालों की निगरानी में लगाया होता तो उतना मेरे पापा को घर से बाहर नही निकलना पड़ता. सार्थक ने कहा बिहार को मेरे पिता की ज़रूरत है, राजनीतिक दुश्मनी की नहीं. मेरे पिता हमेशा से जरूरत मंद लोगों की सेवा करते रहे हैं. इस बार भी वही कर रहे थे लेकिन पता नहीं क्यों ये सरकार को नागवार गुजर गया.
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जानकारों की मानें तो पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन और उनके बेटे सार्थक भी बहुत जल्द बिहार आ सकते हैं और तब इस मामले को गर्माने की पूरी सम्भावना है. ख़बर ये भी है की पप्पू यादव के समर्थक ये भी चाहते हैं कि पप्पू यादव की बिहार की जनता की सेवा का काम कोरोना काल में उनके परिवार के लोग आगे बढ़ाएं. पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता भी पप्पू यादव के परिवार के साथ इस संकट की घड़ी में साथ खड़ा रहेगा.
पप्पू यादव ने नीतीश कुमार से पूछा सवाल-क्यों की गई मेरी गिरफ्तारी
वहीं मंगलवार को पेशी पर आए पप्पू यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे भाजपा के इशारे पर गहरी साजिश के तहत जेल भेजा जा रहा है, जबकि मैंने पिछले डेढ़ महीने से नीतीश कुमार की ही मदद की है. कोरोना काल में पिछले डेढ़ महीने से बिहार के लोगों को बचाने का काम कर रहा हूं. मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि आखिर जो मामला हाई कोर्ट में लंबित है, उस मामले में कोरोना काल मे गिरफ्तारी क्या जरूरी थी ?