पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. बीते एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बुधवार को एक दम सुधार देखने को मिला. प्रदेशभर में बीते दिन 170 नए पॉजिटिव केस सामने आए वहीं 4 ओर मरीजों की मौत गई. इसके साथ ही श्रीगंगानगर में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से अब प्रदेश के 33 में से 32 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. वहीं प्रदेश में अब तक 990 प्रवासी लोग पॉजिटिव आ चुके हैं. प्रदेश में प्रवासियों की घर वापसी के बाद बढ़ रहे संक्रमण को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के गांव-ढाणियों तक कोरोना के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए प्रवासियों को क्वारेंटाइन में 14 दिन बिताना अनिवार्य है. इस पीरियड का उल्लंघन स्वयं अपने परिवार, गांव, समाज, राज्य और राष्ट्र के लिए घातक हो सकता है.
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार सजग और सतर्क है. यदि बाहर से आने वाला हर व्यक्ति अनुशासित तौर पर खुद को क्वारेंटाइन में रखना सुनिश्चित करता है तो कोरोना के कुचक्र को रोका जा सकता है. मंत्री शर्मा बताया कि कोरोना का प्रकोप अब तक केवल शहरी क्षेत्रों में था लेकिन बाहरी राज्यों से प्रवासियों के आने के बाद गांवों तक कोरोना फैलने की आशंका बढ़ गई है.
मंत्री रघु शर्मा ने आगे कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि होम क्वारेंटाइन के प्रोटोकॉल को तोडे़गा उसे संस्थागत क्वारेंटाइन में भेज दिया जाएगा. मंत्री रघु शर्मा ने आगे बताया कि सरकार के पास सभी प्रवासियों के मोबाइल नंबर दर्ज हैं, इससे उनके मूवमेंट का पता आसानी से चल जाता है. ऐसे में क्वारेंटाइन नियमों का अनुशासित तरीके से पालन करके ही कोरोना को हराया जा सकता है.
रघु शर्मा ने आगे बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में करीब 10 लाख प्रवासी राजस्थानी और श्रमिक राज्य में आए हैं. इनमें से करीब 7.25 लाख लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा गया है और करीब 34 हजार लोग संस्थागत क्वारेंटाइन में हैं. बाहरी लोगों के आगमन के साथ ही सरकार ने जांच की सुविधा में बढ़ोतरी की है. प्रदेश में अब 15 हजार से ज्यादा जांचें प्रतिदिन हो पा रही हैं.
मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि पाली, सिरोही, जालौर, डूंगरपुर जिलों में प्रवासी बड़ी तादात में आए हैं तो इन क्षेत्रों में पॉजीटिव केसेज के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. इन क्षेत्रों में सरकार ने जांचों की सुविधा में वृद्धि की है. यहां मुख्य बात क्वारेंटाइन की ही है. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि प्रदेश में आने वाले सभी प्रवासियों का स्वागत है लेकिन वे यदि खुद को क्वारेंटाइन में नहीं रखेंगे तो प्रदेशवासियों द्वारा अब तक की गई मेहनत खराब हो जाएगी.
यह भी पढ़ें: हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना के साथ शिक्षण संस्थाओं और मॉल्स में संचालित हो सकेंगे कार्यालय- सीएम गहलोत
बता दें, प्रदेश में कुल संक्रमित 6015 लोगों में से अब तक 3404 रिकवर हो चुके हैंं. इनमें से 3000 लोगों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है. ऐसे अब राज्य में सिर्फ 2464 एक्टिव केस बचे हैं.
गौरतलब है कि बुधवार को जयपुर में 25, डूंगरपुर में 22, जोधपुर में 18, नागौर में 17, सीकर में 12, जालौर में 11, झुंझुनू में 9, राजसमंद और पाली में 8-8, अजमेर और चित्तौड़गढ़ मं 7-7, कोटा में 6, सिरोही में 5, चूरू, बांसवाड़ा और उदयपुर में 3-3, टोंक में 2, श्रीगंगानगर, झालावाड़ और बारां में 1-1 संक्रमित केस सामने आया वहीं उत्तर प्रदेश का एक व्यक्ति भी संक्रमित मिला. इसके साथ ही चार लोगों की मौत हो गई जिसमें से जयपुर में 3 और बाहरी राज्य से संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई.